अखिलेश यादव ने जोशीमठ में भू-धंसाव की घटनाओं पर चिंता जताई
लखनऊ 10 जनवरी : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तराखंड के जोशीमठ में भू-धंसाव, मकानों के दरार पड़ने और पानी की धारा बहने पर चिंता जताई और विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों और पर्यावरणविदों से इस पर सलाह लेने का आग्रह किया है।
श्री यादव ने मंगलवार को यहां कहा कि उत्तराखंड के जोशीमठ में जो हो रहा है, वह चिंता का विषय है। पहाड़ों के दरकने और जमीन फटने और पानी की धारा बहने से समझ लेना चाहिए कि कहीं न कहीं इंसान ने कुछ चीजों को नजरअंदाज किया है। उन्होंने कहा कि अगर विज्ञान और वैज्ञानिकों के विचार को नहीं मानेंगे तो इसी तरह की घटनाएं सामने आयेंगी।
श्री यादव ने कहा कि कि हमें उम्मीद है कि उत्तराखंड सरकार विशेषज्ञ और पर्यावरणविदों की जानकारी का सहयोग लेगी और जोशीमठ के लोगों का जो नुकसान हुआ है उनकी हर संभव मदद करेगी।
कन्नौज दौरे के दौरान मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने कन्नौज का विकास रोका है। कन्नौज की जनता एक बार फिर विकास से जुड़ना चाहती है।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार को सरकार मत मानिए यह सरकार उद्योगपतियों और उनके संस्थानों का सहयोग करने वाली संस्था है। उन्होंने कहा कि सरकार का काम मंहगाई और बेरोजगारी को कम करना होता है, गरीबों की मदद करना होता है, लेकिन सिर्फ भाजपा सरकार उद्योगपतियों और बड़े समूह वाले लोगों की मदद करती है। उन्होंने कहा कि यह सरकार गरीबों की नहीं उद्योगपतियों की सरकार है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार में अन्याय, अत्याचार चरम पर है। देश में सबसे ज्यादा पुलिस हिरासत में मौत उत्तर प्रदेश में हो रही है, इसके लिए राज्य की भाजपा सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि हाल ही में कानपुर में बलवंत सिंह की पुलिस पिटाई से मौत हो गई इसी तरह से गाजियाबाद में पुलिस पिटाई से ऑटो चालक की मौत हो गयी।
श्री यादव ने मांग की है कि दोनों घटनाओं में सरकार पीड़ित परिवार को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दे और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अगर कन्नौज का प्रशासन सही तरीके से काम करता तो छिबरामऊ में हत्या नहीं होती।