बरेली-जयपुर हवाई सेवा की शुरूआत
बरेली, 26 मार्च : बरेली-जयपुर- बरेली सीधी हवाई सेवा रविवार अपरान्ह शुरु हो गई। इससे पहले बरेली से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु की उड़ान संचालित हो रही है। गुलाबी नगरी और नाथ नगरी के बीच हवाई संपर्क होने से पर्यटन उद्योग और व्यापार बढ़ने की संभावना है।
इंडिगो एयरलाइंस ने मुंबई और बेंगलुरु के बाद रविवार से जयपुर- बरेली हवाई सेवा शुरू कर दी है। रविवार दोपहर इंडिगो की जयपुर से बरेली पहली फ्लाइट पहुंची। पहली बार बरेली जयपुर आने जाने वाले यात्रियों में बेहद उत्साह देखा गया। पिछले सप्ताह इंडिगो की फ्लाइट का शेड्यूल जारी किया गया था। बरेली जयपुर हवाई सेवा सप्ताह में चार दिन यानी सोमवार बुधवार शुक्रवार और रविवार संचालित होगी।
इंडिगो ने मुंबई और बेंगलुरु की तरह 78 सीटर एयरक्राफ्ट जयपुर रूट पर भी लगाया है। बरेली एयरपोर्ट निदेशक आरएस कनोट ने बताया कि इंडिगो की फ्लाइट 6ई 7478 को बरेली से जयपुर के लिए लगाया गया है। फ्लाइट का किराया 2600 रुपये रखा गया है। एक सप्ताह में चार दिन आने जाने की फ्लाइट से सुविधा दी गई है। इंडिगो अधिकारी विकास दलाल ने बताया कि जल्दी बरेली से बनारस प्रयागराज लखनऊ और गोरखपुर आदि शहरों तक हवाई संपर्क शुरू हो जाएगा।
बरेली से जयपुर जाने के लिए अभी तक ट्रेन और बस की सुविधा थी। ट्रेन से जयपुर जाने में 11 घंटे से ज्यादा समय लगता था। एयर कनेक्टिविटी होने से अब समय की काफी बचत होगी। करीब एक घंटे में बरेली से जयपुर फ्लाइट पहुंच जाएगी। पहले दिन फ्लाइट से सफर करने वाले लोग उत्साहित और खुश नजर आए।
नाथ नगरी से गुलाबी नगरी एयर कनेक्टिविटी होने से उद्योग पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। बरेली से उद्योग, व्यापार, पर्यटन, जरी कारोबार से जुड़े तमाम लोग जयपुर में कारोबार करते हैं। इसके अलावा बरेली से नैनीताल, कुमाऊं नजदीक होने की वजह से कुमाऊं के पर्यटक पिंक सिटी जयपुर आते जाते हैं। राजस्थान और जयपुर से लोग बरेली के शिव मंदिर आला हजरत दरगाह, नैनीताल घूमने आते हैं। इस वजह से आध्यात्मिक पर्यटन उद्योग और व्यापार को भी एयर कनेक्टिविटी से सीधा फायदा होगा।
आठ मार्च 2021 अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर बरेली से दिल्ली फ्लाइट की शुरु हुई थी। इसके बाद बेंगलुरु, मुंबई से भी फ्लाइट शुरू हुई। अब लखनऊ, प्रयागराज, बनारस गोरखपुर से फ्लाइट की शुरुआत होनी है। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। बरेली से लखनऊ फ्लाइट शुरू करने की मांग सबसे ज्यादा है।