featureउत्तर प्रदेशराज्य

तटबंधों और नदी के बीच बसे लोगों के लिए सरकार बनाएगी कॉलोनी : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

बाराबंकी/गोंडा, 30 अगस्त: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रदेश के बाढ़ प्रभावित बाराबंकी और गोंडा जिलों का दौरा किया और राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की।
उन्होने बाढ़ पीड़ितों से भेंट की और राहत सामग्री का भी वितरण किया। योगी ने कहा कि आपदा के समय प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ जनता के बीच मौजूद है और राहत और बचाव के लिए हर प्रकार से मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि तटबंध और नदी के बीच में जो लोग बसे हैं अगर वो इस पार बसना चाहें तो उनके लिए व्यवस्था की जाएगी। अगर सभी लोग तैयार हों तो सरकार की ओर से अच्छी कॉलोनी उनके लिए बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन नये स्थानों पर नदी का कटान हो रहा है उसके लिए सिंचाई विभाग को निर्देश दिये गये हैं कि तत्काल मुकम्मल व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ के दृष्टिगत सरकार की ओर से पहले ही तैयारियां कर ली गई थीं। जनप्रतिनिधियों और स्थानीय प्रशासन के साथ ही प्रभारी मंत्रियों और लखनऊ स्तर से अधिकारियों को भी आवश्यक निर्देश पहले ही दे दिये गये थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के 21 जनपदों के 721 ग्राम बाढ़ से प्रभावित हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस बात को सुनिश्चित करने के लिए कहा कि आने वाले समय में बाढ़ का स्थाई समाधान निकाला जाए। बाढ़ के कारण जिन किसानों की फसलें बर्बाद हुई है, सरकार उनका सर्वे कराकर समय पर मुआवजा उपलब्ध कराने की कार्रवाई को आगे बढ़ा रही है।
योगी ने बाराबंकी में रामनगर तहसील के सूरतगंज ब्लॉक अंतर्गत लालपुर कोरौता गांव में स्थापित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करने के साथ ही राहत सामग्री का वितरण किया। इस दौरान बाढ़ प्रभावितों से बातचीत कर मुख्यमंत्री ने व्यवस्था का हाल जाना। उन्होने कहा कि बाराबंकी के कुछ गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के कारण जिनके मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत एक-एक आवास उपलब्ध कराया जाएगा। आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए मकानों को भी मुआवजा उपलब्ध कराए जाएगा।
उन्होंने बताया कि हर पीड़ित के लिए शासन की ओर से पूरी व्यवस्था की गई है। इसमें आटा, चावल, आलू, अरहर की दाल, तेल, मिर्च, मसाले, साबुन, माचिस, महिलाओं के लिए डिग्निटी किट और बरसाती मुहैया कराई जा रही है। ये राहत सामग्री बाढ़ के दौरान हर 15 दिन पर उपलब्ध कराई जाएगी। सीएम ने बताया कि किसी भी प्रकार की जनहानि में चार लाख रुपए की सहायता 24 घंटे के भीतर देने के लिए निर्देश दिये गये हैं। बाराबंकी में निरीक्षण के दौरान सांसद उपेन्द्र सिंह रावत के अलावा विधायकगण, एमएलसी, जिला पंचायत सदस्य एवं भाजपा पदाधिकारी मौजूद रहे।
बाद में श्री योगी ने गोंडा में कर्नलगंज स्थित पाल्हापुर गांव में बाढ़ पीड़ितों का हाल जाना। इस दौरान उन्होंने स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियों को राहत बचाव कार्य में और तेजी लाने के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। राहत सामग्री वितरण कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने कहा कि संकट के समय सरकार आपके साथ है। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन के पर्व पर आपकी रक्षा के लिए आश्वस्त करने के लिए मैं स्वयं आपके बीच आया हूं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएएसी की फ्लड यूनिट की 8 बटालियन बाढ़ प्रभावित इलाकों में लगाई गई है। इस वर्ष गोंडा के 23 गांव बाढ़ प्रभावित हुए हैं। इनमें से ज्यादातर गांव जल जमाव से मुक्त हो चुके थे, मगर अभी भी कई इलाकों में पानी लगा हुआ है। सरकार बिना किसी भेदभाव के सभी को राहत और सहायता पहुंचाने का कार्य कर रही है। डबल इंजन की सरकार आपदा के समय में आपके साथ खड़ी है। इस अवसर पर पूर्व मंत्री रमापति शास्त्री के अलावा विधायकगण और जिला पंचायत अध्यक्ष मुख्य रूप से मौजूद रहे।

Related Articles

Back to top button