उत्तर प्रदेश

नोएडा : ट्विन टावर्स को जमींदोज करने की उल्टी गिनती शुरु

गौतमबुद्धनगर, 28 अगस्त : राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित सेक्टर 93ए में अवैध रूप से निर्मित बहुमंजिला आवासीय सोसाइटी सुपरटेक के ‘ट्विन टावर्स’ को उच्चतम न्यायालय के आदेश पर रविवार को जमींदोज करने की उल्टी गिनती शुरु हो गयी है।

नोएडा विकास प्राधिकरण की निगरानी में जिला प्रशासन ने ट्विन टावर के दो ब्लॉक ‘एपेक्स और सेयेन’ को ध्वस्त करने की जिम्मेदारी निजी क्षेत्र की एक कंपनी ‘एडीफाइस’ को सौंपी है। प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया पूर्व निर्धारित योजना के मुताबिक आज दिन में ठीक 2:30 बजे दोनों टावर कों बारूद से ध्वस्त कर दिया जायेगा। इसके लिये सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। नोएडा के पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने बताया कि तैयारी मुकम्मल हो चुकी है। उन्होंने कहा, “हम काउंटडाउन की ओर बढ़ रहे हैं। पुलिस ने ट्विट टावर के आसपास 500 मीटर तक इलाके को पूरी तरह से खाली करवा दिया है।” उन्होंने कहा कि ट्विन टावर को वाटरफॉल तकनीकि से गिराया जाएगा। इस तकनीकि से मलबा बिखरता नहीं है, बल्कि पानी की तरह नीचे गिरता है।

विस्फोट की वजह से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर दोपहर 1:30 बजे से एक घंटे के लिये यातायात रोक दिया गया। नोएडा के डीसीपी (ट्रैफिक) गणेश ने कहा कि अवरूद्ध किये गये मार्गों के बारे में गूगल मैप को अपडेट कर दिया गया है। इसकी मदद से लोगों को बंद रास्तों की जानकारी मिल जाएगी।

अवैध रूप से निर्मित बहुमंजिला इमारत का निर्माण निजी निर्माता सुपरटेक ने करवाया था। लंबी कानूनी प्रक्रियाओं के बाद इस इमारत को गिराने की तारीख 28 अगस्त तय की गयी। इस इमारत को ध्वस्त करने में करीब 3700 किलोग्राम विस्फोटक उपयोग किए जाएंगे।

गगनचुंबी इमारतों को बनाने में करीब आठ सौ करोड़ रुपये की लागत आयी थी और अब इसको गिराने में भी लगभग 17.55 करोड़ रुपये तक का खर्चा आएगा, जिसका खर्चा सुरपटेक को ही उठाना पड़ेगा। सुपरटेक इमारत की ऊंचाई ऐतिहासिक इमारत कुतुबमीनार से भी अधिक है। इसको बनाने में कई साल लग गए और अब गिराने में पल भर का ही वक्त लगेगा।
अभियंताओं की मदद कर रहे ब्रिटिश अभियंताओं ने बताया है कि जब इमारत को गिराया जाएगा, तब उससे निकलने वाली धूल का गुबार करीब तीन सौ मीटर तक फैल जाएगा। इसी दौरान आसपास के इलाकों में इमारत के ध्वस्त होने से उत्पन्न कंपन को महसूस किया जा सकेगा।

रविवार को सुबह नोएडा के सेक्टर-93ए में बने 103 मीटर ऊंचे ट्विन टावर को गिराने की तैयारियों का जिला प्रशासन ने जायजा लिया। स्थानीय लोगों की आवाजाही भी इस इलाके में बंद कर दी गयी है। आसपास की अन्य आवासीय सोसाइटी के लोगों को घरों से एहतियातन बाहर रहने को कहा गया है। कुतुब मीनार से भी ऊंचे दोनों टावर महज 9 से 12 सेकेंड में जमींदोज हो जायेंगे।
इतनी बड़ी इमारत को गिराये जाने का यह पहला मामला है। इसे बारूद से गिराने के लिये दोनों टावर में करीब 9640 छेद किये गये हैं। इन सुराखों में 3700 किग्रा विस्फोटक भरा गया है। इसमें ठीक ढाई बजे रिमोट के जरिये विस्फोट करके दोनों टावर को गिरा दिया जायेगा। इसके लिये जेपी फ्लाईओवर पर ‘इंसिडेंट कमांड सेंटर’ बनाया गया है। आसपास की सोसाइटी में रहने वाले लोग अपने फ्लैट खाली करके सुरक्षित स्थान पर चले गये हैं।

इससे पहले ट्विन टावर को जमींदोज करने का समय करीब के मद्देनजर स्थानीय लोगों को शनिवार रात को सेक्टर 93ए में तांता लगा रहा। जिस स्थान पर ये टावर मौजूद हैं उसे ‘ग्राउंड जीरो’ नाम दिया गया है। बीती देर रात और आज तड़के ग्राउंड जीरो पर ट्विन टावर के पास खड़े होकर सेल्फी लेने वालों का हुजूम लगा रहा।

इसके साथ ही इसे ध्वस्त करने वाले अधिकारियों की टीम ने ट्विन टावर काे विस्फोट कर गिराने का ‘काउंट डाउन’ शुरु कर दिया। घड़ी में ढाई बजते ही एक जोरदार धमाका होगा और इमारत के मलबे से उठी धूल का गुबार ही देखा जा सकेगा। इसके साथ ही ट्विट टावर अतीत का हिस्सा बन जायेगा।

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