पुलिस की कार्यप्रणाली ने बदली यूपी के प्रति लोगों की अवधारणा : योगी
मेरठ, 11 मार्च : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हाल के वर्षो में पुलिस ने बेहतरीन कार्यप्रणाली की बदौलत राज्य के प्रति लोगों के नजरिये को बदला है।
पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में शहीद कोतवाल धनसिंह गुर्जर की प्रतिमा के अनावरण समारोह को संबोधित करते हुये श्री योगी ने शनिवार को कहा कि जिस यूपी का नाम सुनकर पहले भय लगता था, यहां आना और सुरक्षित निकल जाना पहले दुविधा वाली बात लगती थी। उस धारणा को हमारी यूपी पुलिस ने बेहतरीन कानून व्यवस्था के माध्यम से बदल दिया है। आज देश के अंदर यूपी निवेश के लिए बेहतरीन गंतव्य के रूप में स्थापित हुआ है।
मुख्यमंत्री ने क्रांतिधरा मेरठ में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, डॉ सुदेश धनखड़ का प्रदेश की जनता की ओर से स्वागत व अभिनंदन करते हुए कहा कि आज हम सभी के लिए गौरव का क्षण है। आजादी के अमृत काल के प्रथम वर्ष में अमर सेनानी धन सिंह गुर्जर की प्रतिमा का अनावरण प्रदेश के स्टेट ऑफ आर्ट के रूप में विकसित किये जा रहे ट्रेनिंग स्कूल में उपराष्ट्रपति के कर कमलों से हुआ है। भारत माता के महान सपूत शहीद धनसिंह गुर्जर ने अपनी जवानी को राष्ट्रसेवा व देश की आजादी के लिए न्योछावर किया था। ऐसे शहीद को मैं कोटि कोटि नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
उन्होने कहा कि मेरठ का अपना इतिहास रहा है। इस शहर ने इतिहास बनते देखा है और बनाते हुए दुनिया के सामने मिसाल भी पेश की है। यहां बाबा औघड़नाथ का मंदिर 1857 के प्रथम स्वातंत्र्य समर का महत्वपूर्ण केंद्र बिंदु था। बैरकपुर छावनी में शहीद मंगल पांडेय के द्वारा जो चिंगारी सुलगाई गई थी, उसका चरम यूपी के मेरठ में देखने को मिला। एक तरफ शहीद कोतवाल धन सिंह गुर्जर मेरठ में प्रथम स्वातंत्र्य समर की ज्वाला को तेज करने के लिए नेतृत्व प्रदान कर रहे थे, तो दूसरी तरफ झांसी में रानी लक्ष्मीबाई हुंकार भर रही थीं, बिठूर में तात्या टोपे क्रांति की ज्वाला को भड़का रहे थे।
यूपी का कोई कोना ऐसा नहीं था, जो 1857 के प्रथम स्वातंत्र्य समर में आजादी की अलख को गांव-गांव और जन-जन तक पहुंचाने में अपना योगदान न दे रहा हो। अमर सेनानियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए पीएम मोदी की प्रेरणा से अमृत महोत्सव के कार्यक्रम को बढ़ाया गया है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के पंच प्रण की चर्चा करते हुए कहा कि प्रत्येक देशवासियों को विकसित भारत के निर्माण के लिए कार्य करना, गुलामी के अंशों को सर्वथा समाप्त करना, विरासत के प्रति सम्मान का भाव पैदा करना, देश की एकता और एकात्मकता के लिए कार्य करना तथा नागरिकों के भीतर स्वयं के कर्तव्यों का अहसास होना। ये पंच प्रण हर भारत वासी को एक सूत्र में पिरोकर के दुनिया के भीतर महाशक्ति के रूप में स्थापित करेंगे। यही सपना भारत के स्वतंत्रता सेनानियों ने देखा था।
श्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से बीते छह साल में यूपी में पुलिस ट्रेनिंग की क्षमता को तीन गुना तक बढ़ाया गया है। साथ ही 1,64,000 पुलिसकर्मियों की भर्ती और उनके प्रशिक्षण की व्यवस्था को भी समुचित तरीके से किया गया है। अपराध की प्रकृति बदलने के साथ ही उस के अनुरूप कानून बनाने और उससे मुकाबला करने के लिए जरूरी उपकरण पुलिस महकमे को उपलब्ध कराकर, उनके प्रशिक्षण का कार्य किया गया।
उन्होने बताया कि आज साइबर क्राइम के थाने हर जनपद में स्थापित हो रहे हैं, एफएसएल के लैब भी हर जगह स्थापित किये जा रहे हैं। साथ ही लखनऊ में पुलिस एंड फोरेंसिक साइंसेस के इंस्टीट्यूट की स्थापना का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। इसके अलावा पुलिस की कैपिसिटी बिल्डिंग के लिए अनेक कार्य किये जा रहे हैं। इसी क्रम में आज यहां पुलिस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट की क्षमता को 300 से बढ़ाकर 1600 किया गया है। यहां अब तक केवल आरक्षियों का प्रशिक्षण होता था, जिसे अब उपनिरीक्षक और निरीक्षकों के लिए भी शुरू किया गया है।