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खिलाड़ी वनडे क्रिकेट खेलें, भले आईपीएल से लें ब्रेक: गंभीर

कोलकाता, 04 जनवरी : पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने इस साल होने वाले एकदिवसीय विश्व कप को ध्यान में रखते हुए कहा है कि भारत के प्रमुख खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा एकदिवसीय (वनडे) क्रिकेट खेलना चाहिये, भले ही उन्हें आईपीएल में टी20 से ब्रेक लेना पड़े।

गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम ‘रोड टू वर्ल्ड कप ग्लोरी’ पर कहा, “इस साल वनडे पर जरूर ध्यान देना चाहिये। तीन से ज्यादा प्रारूप खेलने वाले खिलाड़ी अगर ब्रेक लेना चाहें तो टी20 क्रिकेट से ब्रेक ले सकते हैं, लेकिन वनडे फॉर्मेट से तो बिल्कुल नहीं। उन्हें एक साथ खेलना है। मुझे लगता है कि पिछले दो विश्व कप में भारतीय क्रिकेट ने सबसे बड़ी गलती यह की है कि इन लोगों ने एक साथ पर्याप्त क्रिकेट नहीं खेला।”

गंभीर ने कहा, “मुझे बताओ कि हमने मैदान में कितनी बार सर्वश्रेष्ठ एकादश उतारी है? हमने ऐसा नहीं किया, केवल विश्व कप के दौरान हमने सर्वश्रेष्ठ एकादश रखने का फैसला किया, लेकिन दुर्भाग्य से वह कभी भी सर्वश्रेष्ठ एकादश नहीं रही। इसलिए इन खिलाड़ियों को पर्याप्त सीमित ओवर क्रिकेट खेलनी होगी, खासकर 50 ओवरों के विश्व कप के लिये, भले ही वे टी20 या फिर आईपीएल से ब्रेक लेना चाहते हों। ब्रेक टी20 प्रारूप में होना चाहिये न कि 50 ओवरों के एकदिवसीय मैच में। अगर फ्रेंचाइजी को नुकसान उठाना पड़ता है तो यह भी मंजूद है।”

गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक जनवरी को हुई समीक्षा बैठक में यह फैसला लिया था कि राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) आईपीएल टीमों के साथ मिलकर काम करेगी और भारत के प्रमुख खिलाड़ियों की फिटनेस की निगरानी करेगी।

गंभीर ने कहा, “भारतीय क्रिकेट मुख्य हितधारक है, आईपीएल नहीं। आईपीएल सिर्फ एक उत्पाद है। अगर भारत बाहर जाता है और विश्व कप जीतता है, तो यह बड़ी उपलब्धि होगी। उदाहरण के लिये अगर कोई महत्वपूर्ण खिलाड़ी आईपीएल के कुछ मैच छोड़ देता है तो यह ही सही, क्योंकि आईपीएल हर साल होता है और विश्व कप चार साल में एक बार होता है। इसलिए मुझे लगता है कि विश्व कप जीतना आईपीएल जीतने से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।”

गंभीर ने एकदिवसीय विश्व कप में भारतीय टीम के चयन को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि बीसीसीआई को सबसे पहले ऐसे खिलाड़ियों को चुनने की जरूरत है जो बेबाकी के साथ खेल सकते हैं। उन्होंने कहा कि एकदिवसीय क्रिकेट में हर तरह के खिलाड़ी की जरूरत होगी, ऐसे खिलाड़ियों की भी जो पिच पर टिककर खेल सकते हैं।

विश्व कप 2011 जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे गंभीर ने कहा, “(पिछले कुछ वर्षों में) खिलाड़ियों की भूमिका बदलने से खेल पर प्रभाव पड़ा है। मुझे हमेशा लगता है कि जब हम इस ‘नये रवैये’ के बारे में बात करते हैं, तो आपको ऐसे खिलाड़ियों की पहचान करनी होगी जो उन भूमिकाओं या उस खाके को बहुत आसानी से अपना सकते हैं। कुछ लोग उस खाके के अनुकूल नहीं खेल सकते, इसलिये उन्हें एक निश्चित तरीके से खेलने के लिये धकेलने के बजाय सही खिलाड़ियों की पहचान करना और साथ ही टीम में सही मिश्रण हासिल करना बहुत जरूरी है।”

उन्हाेंने कहा, “मुझे लगता है कि विराट कोहली, रोहित शर्मा और वे सभी खिलाड़ी जो विकेट पर टिक सकते हैं और स्पिन को वास्तव में अच्छी तरह से खेल सकते हैं, वह आने वाले विश्व कप में बड़ी भूमिका निभाएंगे।”

इसी बीच, पूर्व भारतीय क्रिकेेटर और चयनकर्ता समिति के अध्यक्ष कृष्णमाचारी श्रीकांत ने कहा कि भारत को जल्द से जल्द विश्व कप टीम को एक रूप दे देना चाहिये।

श्रीकांत ने कहा, “मुझे लगता है कि जैसे ही ऑस्ट्रेलिया शृंखला (फरवरी-मार्च) समाप्त हो जाती है, तब तक योजना बनायें कि यह मेरी सर्वश्रेष्ठ टीम है। अगर मैं चयन समिति का अध्यक्ष होता तो मैं कहता कि यह मेरे 15 खिलाड़ी हैं। मैं उनकी फॉर्म देखता और फिर आईपीएल के बाद कुछ छोटे-मोटे बदलाव करता। मैं एशिया कप तक यह सोचकर इंतजार नहीं कर सकता कि इस एशिया कप के बाद मैं टीम का चयन करूंगा।”

उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया सीरीज समाप्त होते ही हमें खिलाड़ियों को यह बताना होगा कि आप लोग विश्व कप खेलने जा रहे हैं। आओ, आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करो, वहां अपना फॉर्म बनाये रखो। यह सुनिश्चित करो कि आपकी फिटनेस शानदार रहे। अगर मैं चयन समिति का अध्यक्ष होता तो मैं यही करता।”

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