जनजाति शोध ग्रन्थ प्रकाशन में वित्तीय सहायता के लिए आवेदन आमंत्रित
उदयपुर, 30 नवंबर : माणिक्यलाल वर्मा आदिम जाति शोध संस्थान उदयपुर द्वारा राजस्थान के जनजाति समुदायों के सर्वांगीण विकास के लिए सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक एवं शैक्षणिक उन्नयन से संबंधी उपयोगी शोध कार्य मौलिक पाण्डुलिपि को प्रतिष्ठित प्रकाशकों.मुद्रकों से प्रकाशित करवाने के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं।
टीआरआई निदेशक महेश चन्द्र जोशी ने बताया कि आवेदन सादे कागज पर प्रकाशित करवाई जाने वाली पाण्डूलिपि मय सारांश (अधिकतम 2000 शब्द) सम्पर्क सूत्र, पाण्डुलिपि की मौलिकता के प्रमाण पत्र सहित संस्थान में कार्यालय में दिनांक 31 दिसंबर तक प्रस्तुत कर सकते है।
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही प्रकाशन की पूर्ण योजना, प्रकाशन हेतु प्रतियों की संख्या, प्रतिष्ठित प्रकाशन/मुद्रक नाम और पता कागज की किस्म, आवरण सज्जा, प्रकाशन की अनुमानित लागत (प्रकाशक का कोटेशन) एवं प्रकाशन में लगने वाला समय, पुस्तक का टाईटल आदि का समग्र विवरण प्रस्तुत करना होगा।