झारखंड राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग अपूर्ण, ट्रिपल टेस्ट की मिली जिम्मेवारी :दीपक प्रकाश
रांची, 29 जून : भारतीय जनता पार्टी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश ने आज ट्रिपल टेस्ट को लेकर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
श्री प्रकाश ने कहा कि राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का अभी तक पूर्ण गठन नही हुआ। आयोग अध्यक्ष विहीन है और दूसरी ओर राज्य सरकार कैबिनेट की बैठक में पिछड़ा वर्ग आयोग से ट्रिपल टेस्ट कराने का निर्णय लेती है।उन्होंने कहा कि यह सरकार पहले नामांकन फिर बाद में स्कूल खोलने पर विचार करती है।
श्री प्रकाश ने कहा कि ट्रिपल टेस्ट को लेकर राज्य सरकार की मंशा साफ नही है। हेमंत सरकार की नीति और नियत में ही खोट है।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा साफ रहती तो पंचायत चुनाव में पिछड़ों के हक को सरकार नही मारती। पंचायतों में भी पिछड़े समाज को उचित प्रतिनिधित्व मिलता लेकिन ऐसा नहीं हुआ। और अब नगर निकाय चुनाव में भी राज्य सरकार पिछड़ा समाज को धोखा देने की तैयारी में है।उन्होंने कहा कि आखिर यह सरकार अध्यक्ष विहीन पिछड़ा वर्ग आयोग से कैसा ट्रिपल टेस्ट कराना चाहती है?कहा कि आयोग की भी अपनी प्रक्रिया होती है। आयोग ट्रिपल टेस्ट का निर्णय तभी कर पाएगा जब वह पूरी तरह फंक्शन में आएगा।
श्री प्रकाश ने कहा कि हेमंत सरकार को नगर निकाय चुनाव में हार का भय सता रहा है। दलीय आधार पर चुनाव नही होने के बावजूद जिस प्रकार से पंचायत चुनाव में ग्रामीण जनता ने भाजपा के कार्यकर्ताओं को बढ़चढकर जीताया नगर निकाय चुनाव में भी इसी को दोहराया जाएगा। राज्य की जनता भ्रष्टाचार,तुष्टिकरण में डूबी विकास विरोधी हेमंत सरकार से ऊब चुकी है।