उत्तर प्रदेश

कर्नाटक में अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी बसपा

लखनऊ 27 मार्च : उत्तर प्रदेश की राजनीति में हाशिये पर आने के बावजूद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अन्य राज्यों में अपनी विस्तारवादी नीति में कोई परिवर्तन नहीं किया है। दलित, पिछड़ों की राजनीति करने वाली बसपा ने यूपी,पंजाब और उत्तराखंड में असफलता के बाद अब कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनाव में अकेले दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।

पार्टी सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को एक ट्वीट के जरिये पार्टी के फैसले की जानकारी साझा की। उन्होने लिखा “ कर्नाटक राज्य में विधानसभा के लिए शीघ्र ही होनेे वाले आमचुनाव में बीएसपी अकेले ही अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी, जिसकी तैयारी के सम्बंध में राज्य के वरिष्ठ व जिम्मेदार लोगों के साथ दिल्ली में आज हुई अहम बैठक में लगभग 60 प्रतिशत उम्मीदवारों के नामों को अन्तिम रूप दे दिया गया।”

उन्होने कहा “ इन चयनित बीएसपी उम्मीदवारों की सूची शीघ्र ही वहाँ स्थानीय स्तर पर जारी की जाएगी। साथ ही, प्रदेश यूनिट को सख़्त हिदायत दी गई है कि बाकी बची विधानसभा सीटों पर भी ज्यादातर पार्टी के समर्पित व कर्मठ कार्यकर्ताओं को ही आगे बढ़ाएं व चुनाव मैदान में उतारें।”

गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में बसपा का ग्राफ लगातार गिरता नजर आया है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में बसपा को 19.60 फीसदी वोट ही मिले और पार्टी का खाता भी नहीं खुल पाया। हालांकि 2019 में सपा के साथ मिलकर लड़ी बसपा के खाते में नौ सीटें आयी थी। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा को 22.24 फीसदी वोट मिले मगर पार्टी 19 सीटों पर सिमट गई जबकि 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा को मात्र एक सीट हासिल हुयी थी। उत्तराखंड और पंजाब के विधानसभा चुनाव में भी बसपा का प्रदर्शन दयनीय रहा है।

Related Articles

Back to top button