राजस्थान

राजस्थान के शहरी ओलंपिक महाकुंभ में खलेगी हॉकी की कमी

कोटा, 03 जनवरी : राजस्थान में ग्रामीण ओलंपिक के सफलतापूर्वक आयोजन के बाद अब शहरी क्षेत्रों में भी राजीव गांधी ओलंपिक आयोजन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है लेकिन शहरी ओलंपिक में राष्ट्रीय खेल का दर्जा रखने वाले वाली हॉकी नहीं होगी।

पिछले साल जब राज्य सरकार ने समूचे राज्य में हर आयु वर्ग के लोगों में खेलकूद के प्रति जागरूकता पैदा करने,खेल भावना विकसित करने और ऐसे सार्वजनिक आयोजनों में लोगों की अधिक से अधिकतम भागीदारी बढ़ाने के लिए ग्रामीण ओलंपिक का आयोजन किया था तो उस आयोजन में राष्ट्रीय खेल हॉकी को शामिल किया गया था। उस समय यह सोचा गया था कि चूंकि अभी ग्रामीण क्षेत्रों में हॉकी जैसे खेल के आयोजन के लिए आधारभूत ढांचा और निर्धारित मापदंड के अनुरूप हॉकी के मैदान मौजूद नहीं है, लेकिन उसके बावजूद प्रदेश भर में जैसे-जैसे संसाधनों की व्यवस्था पर हॉकी प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ, लेकिन राजीव गांधी शहरी ओलंपिक से राष्ट्रीय खेल हॉकी नदारद है।

दुनियां भर के सबसे बड़े खेल महाकुंभ साबित हुए राजस्थान के राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक के नतीजों और उसमें लोगों की भागीदारी से उत्साहित राज्य सरकार अब गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी से पूरे प्रदेश में शहरी ओलंपिक का आयोजन करने जा रही है। पारंपरिक खेलों और सार्वजनिक आयोजनों से लोगों को अधिकतम संख्या में जोड़े जाने कि यह काफी सार्थक पहल साबित हुई थी जिसका अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि ग्रामीण ओलंपिक में हिस्सेदार बनने के लिए लगभग 30 लाख खिलाड़ियों ने अपना पंजीकरण करवाया था और 2.21 लाख से भी अधिक टीमों ने पूरे राज्य में इस ग्रामीण ओलंपिक में अपनी भागीदारी निभाई थी जिनमें मुख्य रुप से कबड्डी, वॉलीबॉल, खो-खो, शूटिंग बॉल, वॉलीबॉल टेनिस बॉल क्रिकेट जैसी प्रतियोगिताओं को शामिल किया गया था।
राजीव गांधी शहरी ओलंपिक में राष्ट्रीय खेल हॉकी की कमी जरूर खलेगी लेकिन इस बार इस महाकुंभ में एथलेटिक्स को शामिल किया गया है, जिसमें 100,200 और 400 मीटर की दौड़ शामिल है। साथ ही बालक-बालिका वर्ग में फुटबॉल भी खेला जाएगा जबकि ग्रामीण ओलंपिक में फुटबॉल को मुख्य तौर पर शामिल ही नहीं किया गया था। कोटा जिला कलक्टर ओपी बुनकर ने पहली बार सोमवार को इस शहरी ओलंपिक के रूप में आयोजित हो रहे दूसरे महाकुंभ का सफल आयोजन की तैयारी के सिलसिले में वीसी के जरिए समीक्षा बैठक आयोजित की।

स्वायत्यशासी निकायों वाले शहरी क्षेत्रों में आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता में कोटा जिले के 150 नगरपालिका क्षेत्रों और 50 नगर निगम क्षेत्रों में कलस्टर बनाये जायेंगे। अकेले कोटा नगर निगम दक्षिण में 27 और कोटा नगर निगम उत्तर में 23 कलस्टर बनाए गए हैं जबकि जिले में कैथून,रामगंजमंडी, सांगोद इटावा सुल्तानपुर नगर पालिका के प्रत्येक वार्ड़ में सात खेलों की टीमों का गठन होगा। खिलाड़ियों को खेल सामग्री, टी-शर्ट आदि प्रदान करने के लिए भामाशाहों एवं सामाजिक-स्वयंसेवी संस्थाओं से मदद लेने को कहा गया है और यह भी निर्देश दिया गया है कि इस समूचे आयोजन से अधिक से अधिक जनप्रतिनिधियों को जोड़ा जाए ताकि उनके जरिए अधिकाधिक जनभागीदारी बन सके।

शहरी ओलम्पिक के वार्ड एवं क्लस्टरवार खेल प्रतियोगिताएं 26 से 31 जनवरी तक आयोजित की जायेंगी। इनमें विजेता टीम नगर निगम एवं नगर पालिकावार जिला स्तर पर 13 से 16 फरवरी को आयोजित प्रतियोगिताओं में प्रतिनिधित्व करेंगी। उन्होंने बताया कि जिले से प्रत्येक खेल में विजेता टीम 25 से 28 फरवरी को आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में जिले का प्रतिनिधित्व करेगी।

Related Articles

Back to top button