नीदरलैंड में चीन के पुलिस थाने
हेग 26 अक्टूबर : नीदरलैंड मीडिया ने चीन की सरकार पर देश में कम से कम दो अनौपचारिक ‘पुलिस थाने’ स्थापित करने का आरोप लगाया गया है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसर डच मीडिया को इस बात के सबूत मिले कि चीन राजनयिक सेवाएं प्रदान करने का वादा करने वाले ‘विदेशी सर्विस स्टेशन’ का इस्तेमाल यूरोप में अपने असंतुष्टों को चुप कराने के लिए कर रहा है।
डच विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि अनौपचारिक पुलिस चौकियों का अस्तित्व अवैध है जबकि चीनी दूतावास का कहना है कि उसे इसके बारे जानकारी नहीं है।
रिपोर्ट के अनुसार स्पेन स्थित एनजीओ सेफगार्ड डिफेंडर्स द्वारा चीनी ट्रांसनेशनल पुलिसिंग गॉन वाइल्ड नामक एक रिपोर्ट से जांच शुरू की गई है।
संगठन के अनुसार चीन के दो प्रांतों के सार्वजनिक सुरक्षा ब्यूरो ने पांच महाद्वीपों और 21 देशों में 54 ‘विदेशी पुलिस सेवा केंद्र’ स्थापित किए है। उनमें से ज्यादातर यूरोप में हैं। इनमें स्पेन में नौ और इटली में चार हैं। ब्रिटेन के लंदन में दो और ग्लासगो में एक स्टेशन पाया गया है।
इकाइयों को स्पष्ट रूप से अंतरराष्ट्रीय अपराध से निपटने और चीन के चालकों के लाइसेंस के नवीकरण जैसे प्रशासनिक कर्तव्यों का पालन करने के लिए बनाया गया है।
सेफगार्ड डिफेंडर्स के अनुसार, वास्तव में इनका उद्देश्य चीन की सरकार के खिलाफ बोलने के संदिग्ध लोगों को घर लौटने के लिए मजबूर करना है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आरटीएल न्यूज और खोजी पत्रकारिता मंच फॉलो द मनी ने एक चीनी असंतुष्ट वांग जिंग्यु की कहानी साझा की, जिसने बताया गया कि नीदरलैंड में चीनी पुलिस उसका पीछा कर रही है।
श्री वांग ने डच पत्रकारों को बताया कि उन्हें इस वर्ष की शुरुआत में एक ऐसे स्टेशन से होने का दावा करने वाले किसी व्यक्ति का फोन आया था।.
बातचीत के दौरान उसने बताया कि ‘मेरी समस्याओं को सुलझाने और अपने माता-पिता के बारे में सोचने’ के लिए चीन लौटने का आग्रह किया गया था।” उनका मानना है कि यह चीनी सरकारी एजेंटों द्वारा संचालित किया जा रहा है।