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पाकिस्तान के पास बिना निगरानी के परमाणु हथियार हैं:बाइडेन

वाशिंगटन, 15 अक्टूबर : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पाकिस्तान को दुनिया का सबसे खतरनाक देश करार देते हुए शनिवार को कहा कि उसके पास बिना किसी निगरानी के परमाणु हथियार हैं।

श्री बाइडेन ने कहा,“ मुझे लगता है कि शायद दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक है पाकिस्तान। उनके पास बिना किसी निगरानी के परमाणु हथियार हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के पास 160 परमाणु बम होने का अनुमान है। ”

अमेरिका के राष्ट्रपति ने चीन और रूस के संबंध में अमेरिकी विदेश नीति के बारे में चर्चा के दौरान कहा,“ जिनपिंग (चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग) एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्हें लगता है कि उनके पास बहुत सारी समस्याएं हैं। हम (अमेरिका) इसे कैसे संभालते हैं। रूस में जो हो रहा है, उससे हम कैसे निपटेंगे…मुझे लगता है कि शायद दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक पाकिस्तान है। ”

श्री बाइडेन लॉस एंजिल्स में डेमोक्रेटिक पार्टी के कैंपेन को संबोधित कर रहे थे।

गौरतलब है कि अमेरिका ने आठ सितंबर को पाकिस्तान को एफ-16 फाइटर जेट के रखरखाव के लिए 45 करोड़ डॉलर, देने की मंजूरी दी थी। ये पिछले चार साल में इस्लामाबाद को दी जाने वाली सबसे बड़ी सुरक्षा सहायता थी। बावजूद इसके श्री बाइडेन का पाकिस्तान को सबसे खतरनाक देश बताने वाला बयान सामने आया है।

गौरतलब है कि पाकिस्तान की ‘नो फर्स्ट यूज’ परमाणु नीति नहीं है। यह केवल पाकिस्तान के हाई कमान पर निर्भर करता है कि उन्हें कब और किस स्थिति में परमाणु हमला करना है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने 1999 में ‘नो फर्स्ट यूज’ वाली परमाणु पॉलिसी को नकारते हुए कहा था, “ हम अपने देश की सुरक्षा की दिशा में हर जरूरी हथियार का इस्तेमाल कभी भी कर सकते हैं। ”

भारत ने हालांकि साल 1999 में अपनी ‘नो फर्स्ट यूज’ की परमाणु नीति घोषित की थी। इसके मुताबिक भारत कभी भी परमाणु हथियारों का पहले इस्तेमाल नहीं करेगा। भारत केवल परमाणु हमला होने की स्थिति में ही अपने परमाणु हथियारों का सहारा लेगा।

उधर, विदेश मंंत्री एस जयशंकर का कहना है कि इस्लामाबाद के वॉशिंगटन के साथ संबंध अमेरिका के हित में नहीं हैं।

श्री जयशंकर का कहना है कि इस्लामाबाद के वॉशिंगटन के साथ संबंध अमेरिका के हित में नहीं हैं। उन्होंने अमेरिका और पाकिस्तान संबंधों पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था,“ अमेरिका और पाकिस्तान के जो रिश्ते हैं, उनसे न ही कभी पाकिस्तान को फायदा हुआ है और न ही अमेरिका को। अब अमेरिका को इस बात पर चिंतन करना चाहिए कि अमेरिका को पाकिस्तान के साथ संबंध बरकरार रखने से क्या फायदा मिल रहा है। दोनों देशों के रिश्ते आने वाले समय में कितने मजबूत और फायदेमंद हो सकते हैं, इस पर विचार करना चाहिए।

गौरतलब है कि स्वीडन के थिंक टैंक स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट ने (सिपरी रिपोर्ट 2020) की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन और पाकिस्तान के पास भारत से ज्यादा परमाणु हथियार हैं। वर्तमान में चीन के पास 320 और पाकिस्तान के पास 160 परमाणु हथियार हैं। भारत के पास 150 परमाणु हथियार हैं।

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