पाकिस्तान ने बाढ़ से निपटने को मांगी तत्काल वैश्विक सहायता
संयुक्त राष्ट्र 24 सितंबर : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने देश में विनाशकारी बाढ़ संकट के परिणामों से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन की गुहार लगायी है।
श्री शरीफ ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र की आम बहस में कहा,“हम जिस सदमे से गुजर रहे हैं या देश का चेहरा कैसे बदल गया है, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।” उन्होंने कहा,“चालीस दिनों और 40 रातों के भयंकर बाढ़ ने खासी तबाही मचाई, सदियों के मौसम के रिकॉर्ड को तोड़ दिया, आपदा तथा इसके प्रबंधन के बारे में जो कुछ भी हम जानते थे उसे चुनौती दी।”
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार बाढ़ की आपदा से लगभग 80 लाख लोग विस्थापित हुए हैं। अब भी विस्थापित लोगों तक आवश्यक राहत सामग्री पहुंचायी जा रही है। बाढ़ जनित घटनाओं में अब तक 552 बच्चों सहित 1,500 से अधिक लोग मारे गए हैं।
यह अनुमान लगाया गया है कि 3.3 करोड़ लोगों को अब स्वास्थ्य संबंधी खतरों का खतरा है। देश भर में 13,000 किमी सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, 10 लाख घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं, और कई लाख की संपत्तियां नष्ट हो गयीं हैं। साथ ही 40 लाख एकड़ फसल भी नष्ट हो गई है।
श्री शरीफ ने कहा, “पाकिस्तान ने ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव का इतना कठोर और अधिक विनाशकारी उदाहरण कभी नहीं देखा है। पाकिस्तान में जीवन हमेशा के लिए बदल गया है।”
इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान की अपनी यात्रा पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि उन्होंने ‘इस पैमाने पर जलवायु नरसंहार’ कभी नहीं देखा। उन्होंने पाकिस्तान की मदद के लिए तत्काल वित्तीय सहायता का आह्वान करते हुए कहा कि यह केवल एकजुटता का सवाल नहीं है बल्कि न्याय का भी सवाल है।
श्री शरीफ ने कहा कि वर्तमान में प्राथमिकता तेजी से आर्थिक विकास सुनिश्चित करना और लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालना है जिसके लिए स्थिर बाहरी वातावरण की आवश्यकता होती है।