विश्व

अमेरिका में काम कर रहे पाकिस्तानी मेडिकल ग्रेजुएट्स की किस्मत अधर में

इस्लामाबाद 31 जुलाई : पाकिस्तानी मेडिकल कॉलेजों से स्नातक करने वाले डॉक्टर वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेडिकल एजुकेशन (डब्ल्यूएफएमई) के मानदंडों को पूरा करने में विफल रहने के कारण जनवरी 2024 के बाद अमेरिका में काम करने में सक्षम नहीं हो सकेंगे।

पाकस्तान के समाचारपत्र ‘डान’ने रविवार को अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी।

इससे पहले पाकिस्तान मेडिकल एंड डेंटल कौंसिल ने डब्ल्यूएफएमई मान्यता के लिए आवेदन किया था और उनके प्रतिनिधिमंडल को पाकिस्तान आने के लिए आमंत्रित भी किया था, लेकिन 2019 में पीएमडीसी को भंग कर दिया गया और इसकी जगह पाकिस्तान चिकित्सा आयोग (पीएमसी) की स्थापना की गयी। इसके बाद डब्ल्यूएफएमई का दौरा स्थगित हो गया था।

रिपोर्ट के मुताबिक हालांकि पाकिस्तान के पास डब्ल्यूएफएमई से मान्यता प्राप्ति के लिए जनवरी 2024 तक का समय है, लेकिन समस्या यह है कि मौजूदा पीएमसी अधिनियम विश्व निकाय से मान्यता प्राप्त करने के मानदंडों पर खरा उतरने में सक्षम नहीं है।
दूसरी तरफ पीएमसी का दावा है कि उसने मान्यता के लिए औपचारिक रूप से आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है और पूरी प्रक्रिया में 12 से 15 महीने लगने की उम्मीद है, जो कि जनवरी-2024 की समय सीमा के भीतर ही है।

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