सुनक और ट्रूस ने किये ब्रिटेन में मंदी की चेतावनी से निपटने के अपने अपने दावे
लंदन 05 अगस्त : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ऋषि सुनक और लिज ट्रूस बैंक ऑफ इंग्लैंड की आर्थिक मंदी की भविष्यवाणी से निपटने के लिए प्रतिस्पर्धात्मक योजनाओं को लेकर अपने अपने दावे कर रहे हैं।
बीबीसी की एक रिपोर्ट में स्काई न्यूज टीवी पर आये एक कार्यक्रम के हवाले से बताया गया कि हाल ही में एक चर्चा के दौरान श्री सुनक ने कहा कि सुश्री ट्रूज ने कर कटौती की जो बात कही है वह मुद्रास्फीति के लिए आग में घी का काम करेगी क्योंकि ट्रूस यह मानना है कि अगर सहासी फैसले किये गये तो आर्थिक मंदी आये ही यह जरूरी नहीं है।
दूसरी ओर गुरुवार को बैंक ऑफ इंग्लैंड ने ब्याज दरों में 1़ 25 से 1़ 75 की सर्वाधिक वृद्धि करते हुए इसे पिछले तीन दशकों के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा दिया। बैंक की ओर से यह फैसला देश में आसमान छूती महंगाई को कम करने के एक प्रयास के रूप में किया गया। मुद्रास्फीति के इस साल पिछले 42 वर्षों के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 13 प्रतिशत तक पहुंचने की भविष्यवाणी की गयी है।
प्रधानमंत्री पद के दावेदार श्री सुनक लगातार यह कहते आ रहे हैं कि अगर वह प्रधानमंत्री बनते हैं तो करों में कटौती से पहले मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना उनकी प्राथमिकता होगी। दूसरी ओर सुश्री ट्रूस का कहना है कि वह अगर पद पर आती हैं तो सबसे पहले तीस बिलियन पाउंड के कर कटौती के पैकेज को लागू करेंगी।
श्री सुनक ने चर्चा में कहा “ कंजरवेटिव पार्टी को देश की आर्थिक स्थिति पर अधिक व्यवहारिक फैसले तेजी से लेने होंगे क्योंकि अर्थव्यवस्था के गहरे संकट में फंसने के संकेत आ रहे हैं और मुद्रास्फीति इसका प्रमुख कारण है। ”
सुश्री ट्रूस ने नेशनल इंश्योरेंस में अप्रैल में की गयी बढोतरी के फैसले को तुरंत प्रभाव से पलटने और कर कटौती करने की अपनी प्रतिबद्धताओं को दोहराया क्योंकि उनका दावा है कि आर्थिक वृद्धि को बढाकर आर्थिक मंदी को रोक सकती हैं।