महाराष्ट्र मंत्रालय में दस वर्षों में विकास कार्य के नाम पर दो हजार करोड़ की हेराफेरी : पाटिल
मुंबई, 09 जनवरी : इंडिया अगेंस्ट करप्शन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हेमंत पाटिल ने सोमवार को आरोप लगाया कि पिछले 10 वर्षों में महाराष्ट्र मंत्रालय में विकास कार्यों के नाम पर दो हजार करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई।
श्री पाटिल ने मीडिया को जारी बयान में आरोप लगाया कि महाराष्ट्र मंत्रालय के साथ काम करने वाले शीर्ष रैंक के अधिकारियों को आवंटित किए गए कपड़े बदलने, रखरखाव के काम, मंत्रियों के केबिन की खिड़कियों के शीशे बदलने, मंत्रालय और विधान परिषद के नवीनीकरण कार्यों, वर्षा बंगले और कई अन्य बंगलों के नाम पर भ्रष्टाचार किया गया था।
उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार पीडब्ल्यूडी विभाग में कार्यरत अधिकारियों और मंत्री के बहकावे में आकर हो रहा है।
उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अपील की कि उनके दावों की गहन जांच की जानी चाहिए, अन्यथा महाराष्ट्र के लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा।
श्री पाटिल ने यह भी चेतावनी दी कि अगर भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वह बंबई उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर करेंगे। उनके पास सबूत हैं और इसे सही समय पर अदालत के सामने पेश करेंगे।