कांग्रेस का गढ़ रहे अमेठी में राहुल गांधी का स्मृति ईरानी से होगा चुनावी मुकाबला
अमेठी(वार्ता) 19 अगस्त: कांग्रेस पार्टी के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी(यूपीसीसी) के नवनियुक्त अध्यक्ष अजय राय के पार्टी का गढ़ रहे अमेठी से राहुल गांधी के चुनाव लडने के बयान के बाद राजनीतिक बहस तेज हो गई है।
राजनीतिक हलकों में आगामी लोक सभा चुनाव में राहुल गांधी एवं स्मृति ईरानी का दिलचस्प मुकाबला होने की चर्चाएं गरमाने लगीं है। जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) स्मृति ईरानी के चुनाव जीतने का दावा कर रही है वही कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष की इस घोषणा को संजीवनी के रूप में देख रहे है।राहुल गांधी के चुनाव लड़ने की खबर से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जोश हाई हो गया है।
अमेठी में कांग्रेस का अतीत बहुत ही सुंदर था।अमेठी और कांग्रेस एक दूसरे का पर्याय थी। विगत आम चुनाव में राहुल गांधी को स्मृति ईरानी ने शिकस्त देकर कांग्रेस के किले को ढहा दिया था।चुनाव हारने के बाद राहुल गांधी का अमेठी में आवागमन ना के बराबर हो गया।अब कांग्रेस ने अजय राय को यूपी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है और श्री राय ने अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालते ही मीडिया में बयान देकर राहुल गांधी को अमेठी से आगामी लोक सभा चुनाव लडने का एलान कर दिया।राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि यह बयान अजय राय का निजी बयान नही है।राहुल गांधी के बारे में उन्होंने बिना किसी बात के चुनाव लडने की बात नही कर दी है।उनके इस बयान के बाद कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने भी उनके बयान के समर्थन में बयान जारी किया।
दीपक ने कहा कि अजय राय ने राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने की बात कही है ,निश्चित ही इसके पहले से अमेठी का जन-जन उसकी तैयारी कर रहा है। उन्होंने कहा कि अमेठी के लोग राहुल गांधी को अपना परिवार मानते हैं और राहुल गांधी अमेठी के लोगों को अपना परिवार मानते हैं। अमेठी इस बार राहुल गांधी को रिकॉर्ड मतों से जीता कर अपनी भूल सुधार करना चाहती है ।
उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी वायनाड से सांसद है तब भी अमेठी वासियों से उतना ही मोहब्बत करते हैं जब वह अमेठी से सांसद थे। पूरा देश इस बात को जानता है लेकिन अमेठी इस बात को मानती है। राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा निकाले तो उसके पहले वह अमेठी आए थे। उन्होंने कहा था कि किसी भी अच्छे काम की शुरुआत जब हम करते हैं तो अमेठी आते हैं ।जगदीशपुर से जामो तक उन्होंने पदयात्रा निकाली थी जिसमें हजारों हजार लोग उनके साथ चले थे। राहुल गांधी का जुड़ाव लगातार अमेठी से है। अमेठी की आम जनता, कार्यकर्ता और नेता राहुल गांधी के चुनाव की तैयारी कर रहे हैं । अमेठी की जनता अपनी भूल का सुधार करना चाहती है। बंद पड़े विकास को पुनः चालू करना चाहती है । झूठ के व्यापार और दुकानों को बंद करना चाहती है। उन्होंने आगे कहा कि अमेठी की जनता राहुल गांधी को अमेठी से सांसद चुनकर देश का प्रधानमंत्री बनाना चाहती है।
कांग्रेस प्रवक्ता अनिल सिंह ने कहा कि राहुल गांधी चुनाव हारने के बाद भी हर सुख दुख में अमेठी के साथ में है। कोरोना जैसी महामारी में भी राहुल गांधी ने अमेठी ही नहीं अमेठी के आसपास के लोगों के सुख-दुख में साथ में थे। राहुल गांधी का अमेठी से तीन पीढ़ियों का रिश्ता है। राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे और स्मृति ईरानी की जमानत जप्त हो जाएगी ।कांग्रेसी हर समय शासन और प्रशासन की नीतियों से लड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी आएंगे और चुनाव जीत कर जाएंगे। देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर हमला करते हुए कहा कि स्मृति जिस मंत्रालय की मंत्री रही उस मंत्रालय की एक भी ईट 17 ब्लॉकों में रखी गई हो तो बताएं । उन्होंने कहा कि गौरीगंज अमेठी जिले का मुख्यालय है । प्रदेश सरकार को पांच पांच बार पत्र लिखा गया जिले में आवागमन के लिए एक भी बसें नहीं चलती है। अनिल सिंह ने स्मृति पर तंज कसते हुए कहा कि गांव की कहावत है। वह केवल छाछंद करती हैं। संसद में फ्लाइंग किस के मुद्दे पर स्मृति को घेरते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने क्या किया और सांसदों नहीं देखा। स्मृति ईरानी ने ही देखा । उन्होंने आगे कहा कि स्मृति ईरानी हमेशा अमेठी के लोगों का अपमान करती हैं।
वहीं भाजपा के जिला प्रवक्ता चंद्रमौली सिंह ने कहा कि आज स्मृति के मुकाबले में कोई नहीं है। जिस प्रकार से दीदी 2014 से अमेठी के लोगों की सेवा कर रही है। कोरोना काल में जिस तरीके से उन्होंने सेवा की, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खोया है स्मृति ने उस परिवार को गले लगाया। अमेठी उन्हें अपनी बहन के रूप में अपना चुका है। इसलिए यहां कोई वर्सेज नहीं है। यदि राहुल गांधी इस बार यहां आते हैं तो जो उन्होंने 15 वर्ष तक अमेठी वासियों का बर्बाद किया है। उसका बदला यहां का नौजवान किसान सारे लोग लेने वाले हैं।
उन्होंने राहुल गांधी की तुलना बरसाती मेंढक से कर डाली।उन्होंने कहा कि हर 5 वर्ष पर पहले भी आते थे। टाटा बाय बाय कर चले जाते थे लेकिन अब अमेठी की जनता जाग चुकी है और अब गुलामी की मानसिकता को छोड़ चुकी है। अब आजाद अमेठी है । यह नरेंद्र मोदी, योगी और दीदी को चुनने वाली अमेठी है। इनके अलावा यहां कोई नहीं आएगा ।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सदैव से ही आंख में धूल झोंकने का काम करती है। गांधी परिवार या कांग्रेसी अमेठी को कब से अपना घर बताते चले आ रहे हैं। उनका घर कैसे हो सकता है, जब अमेठी में एक भी छत नहीं है तो उनका घर कैसे हो सकता है। दूसरी बात अमेठी को अपना घर बताने वाले बताएं कि इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज नहीं पढ़ाई के लिए स्कूल नहीं किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र नही था। इन सभी की व्यवस्था नहीं थी। यह सब विकास 2014 में दीदी जी के आने के बाद हुआ । उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में अमेठी की बायपास की क्या स्थिति थी और आज क्या स्थिति है । विकास कार्य को लेकर नेता के साथ जनता भी बोल रहे हैं। चारों तरफ रोड एक्सप्रेसवे चमचमां रहे हैं ।स्मृति ईरानी इस बार रिकार्ड मतों से चुनाव जीतेंगी।