नयी दिल्ली 05 जुलाई : केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता तथा इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर कल बेंगलुरु में आईटी हार्डवेयर के लिए हाल ही में संशोधित उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना पर डिजिटल इंडिया संवाद सत्र को संबोधित करेंगे।
इस बैठक में विशेषज्ञ, उद्योग संघों के प्रतिनिधि और स्टार्टअप सहित प्रौद्योगिकी इकोसिस्टम के हितधारक शामिल होंगे। बैठक में उन्नत प्रोसेसर, बौद्धिक संपदा (आईपी) और एम्बेडेड सिस्टम के विकास को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। ये विमर्श कानून और नीति निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के परामर्शात्मक दृष्टिकोण के अनुरूप हैं।
श्री चंद्रशेखर मीडिया के साथ बातचीत करेंगे और उसके बाद इस विचार-विमर्श में भाग लेंगे। सरकार वित्तीय प्रोत्साहन के प्रावधान के माध्यम से आईटी हार्डवेयर संघटकों और सब-असेंबली के स्थानीयकरण को प्रोत्साहन देने की इच्छुक है। इस योजना के अंतर्गत लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन पीसी, सर्वर और अल्ट्रा स्मॉल फॉर्म फैक्टर डिवाइस शामिल हैं। इसके माध्यम से सरकार का लक्ष्य आईटी हार्डवेयर उद्योग में भारतीय अग्रणी कंपनियां तैयार करने के लिए भारत के घरेलू आईटी हार्डवेयर विनिर्माण इकोसिस्टम को प्रेरित करना है।
सरकार ने आईटी हार्डवेयर के लिए मई में 17,000 करोड़ रुपये के साथ पीएलआई 2.0 योजना को मंजूरी प्रदान की, जो मूल्य श्रृंखला में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित करके घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहन देने और सहायता करने के लिए पहले 2021 में मंजूर की गई योजना के बजट से दोगुना से अधिक है। कार्यान्वयन के बाद इसमें भाग लेने वाली कंपनियों के लिए उपलब्ध अधिकतम प्रोत्साहन की एक सीमा होगी।
इस योजना से लगभग 3.35 लाख करोड़ रुपये का कुल उत्पादन होने, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में 2,430 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश आने और 75,000 अतिरिक्त प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की संभावना है।