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जीडीपी और वाहन बिक्री के आंकड़ों का बाजार पर रहेगा असर

मुंबई 26 फरवरी : दुनिया के केंद्रीय बैंकों के ब्याज दर में आगे भी बढ़ोतरी करने की आशंका से बीते सप्ताह ढाई फीसदी से अधिक लुढ़के घरेलू शेयर बाजार पर अगले सप्ताह वैश्विक रुख के साथ ही स्थानीय स्तर पर चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) और फरवरी की वाहन बिक्री के जारी होने वाले आंकड़ों का असर रहेगा।

बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1538.64 अंक अर्थात 2.52 प्रतिशत का गोता लगाकर सप्ताहांत पर 60 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 59463.93 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 478.4 अंक यानी 2.7 प्रतिशत की बड़ी गिरावट लेकर 17465.80 अंक पर रहा।

समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों में भी जमकर बिकवाली हुई। इससे सप्ताहांत पर मिडकैप 506.47 अंक यानी 2.1 प्रतिशत लुढ़ककर 24178.73 अंक और स्मॉलकैप 461.81 अंक अर्थात 1.65 प्रतिशत टूटकर 27584.59 अंक पर आ गया।

बाजार विश्लेषकों के अनुसार, पिछले सप्ताह सेंसेक्स और निफ्टी लगातार छठे दिन गिरते हुए सप्ताहांत पर ढाई प्रतिशत से अधिक की गिरावट पर रहा। बाजार पहले से ही उच्च स्तर पर जाने के लिए संघर्ष कर रहा था और अब अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में उछाल के कारण वैश्विक बाजारों में बिकवाली सेंसेक्स-निफ्टी के लिए बाधक बनी रही।

घरेलू शेयर बाजार बाजार निकट अवधि में अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल और डॉलर सूचकांक की गति के साथ-साथ वैश्विक बाजारों की दिशा पर नजर रखेगा क्योंकि वर्ष 2023 की पहली छमाही में अमेरिका में ब्याज दर परिदृश्य एक प्रमुख कारक बना रहेगा। वर्तमान में बाजार भू-राजनीतिक स्थिति पर अधिक प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है।

स्थानीय स्तर पर अगले सप्ताह 28 फरवरी को वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही के जीडीपी के आंकड़े जारी होने वाले हैं, जिसका बाजार पर स्पष्ट असर देखा जा सकेगा। इसके साथ ही अगले सप्ताह फरवरी की वाहन बिक्री के आंकड़े भी आने वाले हैं। बाजार को दिशा देने में इसकी भी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।अमेरिकी फेड रिजर्व के एक बार फिर ब्याज दर में बढ़ोतरी करने की संभावना के साथ ही अमेरिका-दक्षिण कोरिया सैन्याभास की घोषणा के बीच उत्तर कोरिया के मिसाइल दागने से चिंतित निवेशकों की एचडीएफसी, मारुति, एसबीआई, रिलायंस, आईसीआईसीआई और एनटीपीसी जैसी दिग्गज कंपनियों में हुई बिकवाली से सोमवार को सेंसेक्स 311.03 अंक की गिरावट लेकर 60691.54 अंक और निफ्टी 99.60 अंक उतरकर 17844.60 अंक पर आ गया। वैश्विक बाजार की गिरावट के प्रभाव से स्थानीय स्तर पर कमोडिटीज, ऊर्जा, आईटी, तेल एवं गैस, रियल्टी और टेक समेत चौदह समूहों में हुई बिकवाली से मंगलवार को सेंसेक्स 18.82 अंक फिसलकर 60672.72 अंक और निफ्टी 17.90 अंक उतरकर 17826.70 अंक पर रहा।

दुनिया के केंद्रीय बैंकों के आगे भी ब्याज दर में बढ़ोतरी करने की आशंका से वैश्विक बाजार के करीब एक माह के निचले स्तर तक गिरने से हतोत्साहित निवेशकों की चौतरफा बिकवाली से बुधवार को सेंसेक्स 927.74 अंक गोता लगाकर तीन सप्ताह के निचले स्तर 59744.98 अंक और निफ्टी 272.40 अंक लुढ़ककर 17554.30 अंक पर रहा।

वैश्विक बाजार के कमजोर रुख के साथ ही स्थानीय स्तर पर फरवरी माह के वायदा सौदा निपटान को लेकर यूटिलिटीज, पावर, रियल्टी, कैपिटल गुड्स और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स समेत चौदह समूहों में हुई बिकवाली से गुरुवार को सेंसेक्स 139.18 अंक गिरकर 59605.80 अंक और निफ्टी 43.05 अंक उतरकर 17511.25 अंक पर आ गया। इसी तरह दुनिया के केंद्रीय बैंकों के ब्याज दर में आगे भी बढ़ोतरी करने की आशंका से वैश्विक बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर धातु, कमोडिटीज और ऑटो समेत पंद्रह समूहों में हुई बिकवाली से शुक्रवार को सेंसेक्स 141.87 अंक की गिरावट लेकर 59463.93 अंक और निफ्टी 45.45 अंक फिसलकर 17465.80 अंक पर रहा।

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