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दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि 6.3 प्रतिशत: एनएसओ

नयी दिल्ली 30 नवंबर : भारत के सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) में चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर, 2022 के दौरान स्थिर मूल्य पर (आधार वर्ष 2011-12) पिछले वर्ष इसी अवधि की तुलना में 6.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी। यह जानकारी सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों में दी गयी है।

वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही की वृद्धि दर 13.5 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2021-22 दूसरी तिमाही की वृद्धि दर 8.4 प्रतिशत थी। कोविड के कारण पिछले वित्त वर्ष में वृद्धि दर गिरने से उसकी तुलना में इस वर्ष पहली तिमाही के वृद्धि दर के आंकड़े अधिक आकर्षक दिखते हैं लेकिन धीरे-धीरे तुलनात्मक आधार का प्रभाव खत्म हो रहा है।

एनएसओ के आंकड़ों के अनुसार स्थिर मूल्य पर भारत का जीडीपी 2022-23 की दूसरी तिमाही में अनुमानित 38.17 लाख करोड़ रुपये रहा जबकि वित्त वर्ष 2021-22 की इसी तिमाही में यह 35.89 लाख करोड़ रुपये था।

आंकड़ों के अनुसार वर्तमान मूल्य पर जुलाई-सितंबर, 2022 की तिमाही में जीडीपी एक वर्ष पहले की तुलना में 16.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 65.31 लाख करोड़ रुपये था जबकि वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही में वर्तमान मूल्य पर जीडीपी 56.20 लाख करोड़ रुपये था।

आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में स्थिर मूल्य पर जीडीपी 9.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 75.02 लाख करोड़ रुपये आंका गया है। पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही में स्थिर मूल्य पर जीडीपी 13.7 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ 68.36 लाख करोड़ रुपये था। इसी तरह वर्तमान मूल्य पर चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में जीडीपी 130.26 लाख करोड़ रुपये आंका गया है जो एक वर्ष पहले इसी अवधि के 107.47 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 21.2 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है। पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही में वर्तमान मूल्य पर जीडीपी में सालाना आधार पर 25 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गयी थी।

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