भारत के युवा लगातार कर रहे नवाचार: शिवराज
इंदौर, 08 जनवरी : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि आने वाले वर्षों में भारत को ज्ञान शक्ति, अर्थशक्ति और आत्मनिर्भर बनाने के लिए नवाचार और तकनीकी जरूरी है एवं भारत के युवा लगातार नवाचार कर रहे हैं।
श्री चौहान ने आज यहां प्रवासी भारतीय सम्मेलन के तहत युवा प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह के अपने शुरुआती उद्बोधन के दौरान कहा कि वे मध्यप्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से प्रवासी भारतीयों का स्वागत करते हैं। यह स्वागत भावनात्मक है और उन भावनाओं का प्रकटीकरण इंदौर की सड़कों पर दिख रहा है।
उन्होंने कहा कि युवा वह नहीं है जिसकी उम्र 15 से 35 साल की होती है। युवा वह है जिसके पैरों में गति, सीने में आग और आंखों में सपने होते हैं। जो अत्याचार और अन्याय से डरता नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया को दिशा दिखा रहा है। आने वाले वर्षों में भारत को ज्ञान शक्ति, अर्थशक्ति और आत्मनिर्भर बनाने के लिए नवाचार एवं तकनीक जरूरी है। भारत के युवा नवाचार कर रहे हैं। अगर गूगल माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल, एडोब ,आईबीएम और मास्टरकार्ड जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के ऑफिस में देखा जाए तो केवल भारतीय ही भारतीय नजर आएंगे। यह भारतीय मेधा और विश्वसनीयता है। हर कंपनी के डेवलपमेंट से लेकर बोर्ड रूम में भारतीय आसीन है। इसी क्रम में उन्होंने उच्च पदों पर आसीन कई भारतीयों के उदाहरण भी प्रस्तुत किए।
श्री चौहान ने कहा कि भारत के युवा नये-नये विचार के साथ कार्य कर रहे हैं। विचार को सफल बनाने के लिए रोडमैप और उस पर चलने के लिए परिश्रम, नदी की विपरीत दिशा में चलने का साहस करना पड़ता है, तब सफलता मिलती है।
उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने के लिए इनोवेशन के साथ टेक्नोलॉजी भी जरूरी है। भारत के प्रवासी युवाओं ने अपनी प्रतिभा के दम पर तकनीकी के क्षेत्र में अपना लोहा मनवाया है। कई जगह ऐसी स्थिति निर्मित हो गई है कि यदि भारतीय न हों तो काम ही ठप हो जाए।
उन्होंने समारोह में आए प्रवासी भारतीयों से कहा कि वे मध्यप्रदेश को पर्यटन की दृष्टि से अवश्य देखें। मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट, लेपर्ड स्टेट, वल्चर स्टेट होने के बाद अब तो चीता स्टेट भी है।
इस समारोह के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और निशीथ प्रामाणिक भी उपस्थित रहे।