बादल ने कानून-व्यवस्था का मॉडल तैयार करने के मुख्यमंत्री के बयान पर हैरानी जताई
चंडीगढ़, 30 दिसंबर : शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के इस दावे पर हैरानी जताई कि कानून-व्यवस्था पर आम आदमी पार्टी (आप) का मॉडल देश में नंबर वन है औैर कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि मुख्यमंत्री इस तरह झूठ बोल रहे हैं, जबकि लोग कानून-व्यवस्था और सामाजिक सद्भावना का माहौल खराब होने से बेहद परेशान हैं।
शिअद अध्यक्ष ने कहा कि प्रशासनिक मोर्चे पर पंजाब के लिए यह साल सबसे खराब साबित हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री को याद दिलाया कि आम आदमी पार्टी की सरकार के गठन के ठीक बाद कबड्डी खिलाड़ी नंगल अंबियां, पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्याएं हुईं, पहले मोहाली में पंजाब पुलिस के मुख्यालय और बाद में सरहाली के एक पुलिस स्टेशन पर रॉकेड ग्रेनेड (आरपीजी) से हमला किया गया। पटियाला के काली मंदिर में झड़प देखी गई तथा राज्य में दशकों के बाद साम्प्रदायिक तनाव देखा गया।
श्री बादल ने कहा कि मूसेवाला के हत्यारों में से एक दीपक टीनू के पुलिस हिरासत से भाग गया। उन्होंने कहा कि आम आदमी स्नैचिंग और डकैतियों से पीड़ित है, तथा व्यापारी और उद्योगपत्तियों को गैंगस्टरों को फिरौती देने में नाकाम रहने के लिए निशाना बना जा रहा और मारा जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति के कारण राज्य के उद्योग का पलायन हाे रहा है, कोई नया निवेश नहीं किया जा रहा है औैर इसके कारण बढ़ती बेरोजगारी युवाओं की समस्या बनी हुई है। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी ड्रग के खतरे से जूझ रही है लेकिन विज्ञापनबाजी पर करोेड़ों रुपये फूंके जा रहे हैं जबकि नौ महीनों में राज्य की उधारी 39 हजार करोड़ रुपये को पार कर गई है और राज्य का कुल कर्ज तीन लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावों में आम आदमी पार्टी के प्रचार के लिए 750 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए थे, प्रदेेश में लेकिन पार्टी चुनाव पूर्व किये सभी वादों से पीछे हट गई है, जिसमें बेरोजगार नौजवानों के लिए नौकरी, सभी संविधा कर्मचारियों को नियमित करना और महिलाओं को 1000 रूपये प्रति माह देना शामिल है।
श्री बादल ने आरोप लगाया कि समस्या की जड़ इस बात में निहित है कि श्री मान ने पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के आगे घुटने टेक दिए हैं, नॉलेज शेयरिंग एग्रीमेंट समझौता करने के बाद सभी शक्तियां श्री केजरीवाल को सौंप दी हैं तथा राघव चड्ढा सहित श्री केजरीवाल के सिपहसालार पंजाब पर परोक्ष रूप में शासन कर रहे हैं।