गुरमीत के ‘सत्संग‘ में भाजपा नेताओं का हिस्सा लेना निंदनीय: जनवादी महिला समिति
गुरुग्राम, 21 अक्टूबर : जनवादी महिला समिति की हरियाणा कमेटी ने बलात्कार एवं हत्या के जघन्य अपराध में सजायाफ्ता और फिलहाल पैरोल पर आए गुरमीत राम रहीम के ‘ऑनलाइन सत्संग‘ में कथित रूप से भारतीय जनता पार्टी नेताओं की उपस्थिति और पंचायत चुनावों में जीत के लिए आशीर्वाद लेने को घोर निंदनीय करार दिया है।
समिति की राज्य अध्यक्ष सविता और महासचिव ऊषा सरोहा ने आज यहां जारी संयुक्त प्रेस बयान में कहा कि भाजपा सरकार एक तरफ ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के अभियान पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, दूसरी तरफ बलात्कार और हत्या के मामले में सजा काट रहे अपराधियों को महिमा मंडित करने का काम कर रही है।
बयान के अनुसार सजायाफ्ता अपराधी गुरमीत राम रहीम को जब पैरोल पर छोड़ा गया तो यह अंदेशा जताया जा रहा था कि भाजपा सरकार ने उसे स्थानीय निकाय चुनावों में लाभ प्राप्ति के लिए छोड़ा गया है। ये आशंकाएं उस समय सच साबित हो गई जब ऑनलाइन सत्संग में विधानसभा डिप्टी स्पीकर रणवीर सिंह गंगवा और मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र करनाल से स्थानीय निकाय चुनावों के भाजपा प्रत्याशी गुरमीत राम रहीम से आशीर्वाद लेते नजर आए।
सविता और उषा के बयान ने आरोप लगाया कि महिलाओं के मान सम्मान की रक्षा का दावा करने वाली भाजपा सरकार बलात्कार एवं हत्या जैसे जघन्य अपराध में सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम के रहमो-करम पर स्थानीय निकाय चुनावों में जीत हासिल करने के जुगाड़ में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी बिलकिस बानो मामले में आजादी की 75वीं वर्षगांठ 15 अगस्त के दिन सजायाफ्ता 11 अपराधियों को ‘संस्कारी‘ बताकर रिहा करने और फूल मालाओं से उनका स्वागत करने का मामला सामने आ चुका है। अब उच्चतम न्यायालय में दाखिल केंद्र सरकार के जवाब अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ही अपराधियों को रिहा करने की मंजूरी दी थी।
संगठन की नेताओं ने कहा कि बलात्कार जैसे नृशंसतम अपराध के मामलों में सजा काट रहे ऐसे अपराधियों का छोड़ा जाना और उन्हें महिमामंडित करने की प्रक्रिया महिलाओं को असुरक्षा की गहरी खाई में धकेलने, उत्पीड़ित महिलाओं का हौसला तोड़ने और अपराधियों के हौंसले बुलंद करने वाली है। इससे महिलाओं के विरुद्ध अपराध बढ़ने की तीव्र संभावनाएं हैं, इसलिए भाजपा सरकार अपराधियों को संरक्षण देने और उन्हें महिमामंडित करने कि इस समाज विरोधी मुहिम को तुरंत रोके।