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नेतारू मामले में पीएफआई के 20 सदस्यों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल

बेंगलुरु 21 जनवरी : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी( भाजपा ) के युवा नेता प्रवीण नेतारू की हत्या मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े 20 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है।

आरोपियों में मोहम्मद शियाब, अब्दुल बशीर, रियाज, मुस्तफा पैचार, मसूद केए, कोडाजे मोहम्मद शेरिफ, अबुबकर सिद्दीकी, नौफाल एम, इस्माइल शफी, के मोहम्मद इकबाल, शहीद एम, मोहम्मद शफीक, उमर फारूक एमआर, अब्दुल कबीर सीए, मोहम्मद इब्राहिम शा, सैनुल आबिद, शेख सद्दाम हुसैन, जकीर ए, एन अब्दुल हारिस और तुफैल एमएच शामिल हैं।

गौरतलब है कि जुलाई 2022 में दक्षिण कन्नड़ के बेल्लारे में बाइक सवार हमलावरों ने नेतारु की हत्या कर दी थी।
एनआईए ने 20 आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120बी, 153ए, 302 और 34, यूए (पी) अधिनियम, 1967 की धारा 16, 18 और 20 तथा शस्त्र कानून की धारा 25 (1) (ए) के तहत मामला दर्ज किया है।
एनआईए ने कहा कि 20 में से छह आरोपी मुस्तफा पाइचर, मसूद केए, कोडाजे मोहम्मद शेरिफ, अबुबकर सिद्दीकी, उमर फारूक एमआर और तुफैल एमएच फरार हैं तथा उनकी गिरफ्तारी की सूचना देने के लिए इनाम घोषित किए गए हैं।
एजेंसी ने यह भी कहा कि पीएफआई ने 2047 तक इस्लामिक शासन स्थापित करने के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए अपने कथित दुश्मनों की हत्या करने के लिए हत्यारे दस्ते का गठन किया।

जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा,“जांच से पता चला है कि पीएफआई ने आतंक, सांप्रदायिक घृणा और समाज में अशांति पैदा करने के अपने एजेंडे के तहत और 2047 तक इस्लामिक शासन स्थापित करने के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने और ‘कथित दुश्मनों’ के सफाये के वास्ते गुप्त टीमों का गठन किया जिन्हें सर्विस टीम या ‘किलर स्क्वॉड’ कहा जाता है।”

एनआईए ने कहा कि हत्यारे दस्तों को हथियार, हमले का प्रशिक्षण और निगरानी तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया था ताकि वे कुछ समुदायों तथा समूहों से संबंधित व्यक्तियों या नेताओं की पहचान कर सकें, उनकी सूची बना सकें एवं उन पर निगरानी रख सकें।
एनआईए ने यह भी कहा कि इसके जिला हत्यारे दस्ते के प्रमुख मुस्तफा पाइचर को एक विशेष समुदाय के प्रमुख सदस्यों की पहचान करने तथा उसे निशाना बनाने के निर्देश दिए गए थे। यह निर्देश बेंगलुरु, सुलिया और बेल्लारे में पीएफआई के सदस्यों तथा नेताओं की साजिश रचने वाली बैठकों के बाद दिए गए।

एनआईए ने कहा,“निर्देशों के अनुसार चार लोगों की पहचान की गई और उनमें से प्रवीण नेतारू, जो कि भाजपा युवा मोर्चा, जिला समिति सदस्य थे, पर 27 जुलाई 2022 को हमला किया गया और लोगों व विशेष रूप से एक विशेष समुदाय के सदस्यों के बीच आतंक पैदा करने के लिए घातक हथियारों के साथ पूरी तरह से सार्वजनिक रूप से हत्या कर दी गई।”

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