इसरो ने रिपोर्ट में बतायी एसएसएलवी-डी1 मिशन की असफलता की वजह
चेन्नई 02 फरवरी : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने पिछले साल अगस्त में प्रक्षेपित लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान (एसएसएलवी-डी वन) की पहली विकासात्मक उड़ान की असफलता के कारणों का खुलासा गुरुवार को जारी रिपोर्ट में किया।
इसरो ने गुरुवार को जारी बयान में बताया कि उड़ान के दौरान सेपरेशन की दूसरी स्टेज के दौरान थोड़े से ही समय के लिए हुए कंपन के कारण यह उड़ान असफल हो गयी थी। इसरो ने इस मिशन की असफलता को लेकर बारीकी से जांच के बाद तैयार की गयी असफलता विश्लेषण रिपोर्ट में यह खुलासा किया। रिपोर्ट के अनुसार एसएसएलवी मिशन की पहली असफलता को लेकर पूरे मामले की गंभीरता से जांच की गयी, जिसमें प्रक्षेपण यान की उड़ान से पहले शुरू हुए काउंटडाउन से लेकर उड़ान भरने, प्रोपल्शन के कार्यप्रदर्शन, सेपरेशन स्टेज और उपग्रह छोड़े जाने तक की प्रक्रिया का सविस्तार विश्लेषण किया गया तो पाया कि सेपरेशन की दूसरी स्टेज में कुछ ही समय के लिए हुए कंपन ने नेविगेशन सिस्टम को प्रभावित किया और इससे सेंसर में कमी आयी जिसके कारण डिटेक्शन और आइसोलेशन सॉफ्टवेयर में कमी आयी।
प्रारंभिक जांच में पता चला की एसएसएलवी-डी1 की प्रांरभिक उड़ान सामान्य थी और सभी सॉलिड प्रोपल्शन स्टेज सामान्य रूप से काम कर रही थीं, लेकिन इसके बावजूद उड़ान के दूसरे चरण में परेशानी आने से मिशन असफल हो गया।
मिशन असफलता विश्लेषण समिति ने अपनी रिपोर्ट में सेपरेशन सिस्टम में बदलाव, संरचना के डिजाइन में सुधार तथा गतिशील करेक्टराइजेशन में सुधार के साथ डाटा और वीटीएम में भी बदलाव लाये जाने की सिफारिश की है।