पंजाब-आप-बाजवा
चंडीगढ़, 16 फरवरी : आम आदमी पार्टी (आप) ने नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रताप सिंह बाजवा ने ‘भाजपा’ की बोली बोल कर एक बार फिर अपना पंजाब विरोधी पक्ष पेश किया है।
आप के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने गुरूवार को कहा कि एक तरफ कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता देश में शामिल होने, राज्यों की शक्तियों को बढ़ाने और संघीय ढांचे को मजबूत करने की बात करते हैं और दूसरी तरफ प्रताप सिंह बाजवा राज्यपाल का पक्ष ले रहे हैं। शायद वे भूल गए हैं कि भाजपा ने इसी राज्यपाल के पद का दुरुपयोग कर अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश और कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार गिरा दी या बहुमत होने के बावजूद सरकार नहीं बनने दी। कंग ने कहा कि अच्छा होता बाजवा साहब पंजाब और पंजाब के लोगों के पक्ष में बोलते, लेकिन उनका भाषण सुनकर बीजेपी के प्रवक्ताा भी शर्म से पानी हो गए होंगे।
मलविंदर कंग ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान होशियारपुर में सिर्फ टोल प्लाजा बंद करने गए थे, बल्कि वहां के लोगों को यह भी बताया कि कैसे पिछली अकाली-भाजपा और कांग्रेस की सरकारों की मेहरबानी से टोल प्लाजा ने आम लोगों से 300 करोड़ रुपये लूटे। 2013 में इस टोल प्लाजा को बंद करना था और नियमों की अनदेखी करने पर 60 करोड़ का जुर्माना भी लगा था। लेकिन अकाली-भाजपा सरकार ने न सिर्फ उसका जुर्माना माफ किया बल्कि 49 करोड़ रुपए की सब्सिडी के साथ टोल के घंटे भी बढ़ा दिए। इस दौरान प्रताप सिंह बाजवा खुद पीडब्ल्यूडी के मंत्री थे।
पटियाला- समाना – पातरां टोल प्लाजा के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में कंग ने कहा कि उन्हें माननीय अदालत से 60 दिन का समय मिला है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उनकी लूट जारी रहेगी, उन्हें नोटिस भेजा गया है और उनकी जमानत राशि भी जब्त कर ली गई है।
जीरा शराब फैक्ट्री मामले पर बाजवा की टिप्पणी पर कंग ने कहा कि अगर वह मानते हैं कि भगवंत मान ने जीरा शराब फैक्ट्री को बंद कर गलत किया है तो मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वह जीरा के लोगों के बीच बैठकर यह बात बोलें। उन्होंने कहा कि कल तक जो कांग्रेसी और अकाली जीरा धरने में घड़ियाली आंसू बहा रहे थे, आज वही शराब फैक्ट्री बंद होने की दुहाई दे रहे हैं। इससे पता चलता है कि पंजाब की जनता का सच्चा हितैषी कौन है। जीरे की फैक्ट्री के जहर से लोग 15 साल तक त्रस्त रहे, लोकतंत्र में जनता से बड़ा कोई नहीं, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जनता की बात सुनी और जनता के हित में फैसला लिया। ठाकुर वार्ता