तपेदिक निवारक नई दवा तीन-आरएच रिजमेन संक्रमण से बचाने में कारगर
जालंधर 13 सितंबर : राष्ट्रीय टीबी (क्षय रोग) उन्मूलन कार्यक्रम के तहत देश को 2025 तक मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, इसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा गतिविधियों को तेज किया जा रहा है और लोगों को टीबी से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजीव शर्मा और जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. रमन गुप्ता ने मंगलवार को सिविल अस्पताल जालंधर में टीबी निवारक चिकित्सा (टीपीटी) के संबंध में एक नई दवा 3-आरएच रेजिमेन का शुभारंभ किया। डॉ. राजीव सरमा ने बताया कि यह दवा जालंधर जिले को टीबी मुक्त बनाने में सहायक होगी। उन्होंने कहा कि टीबी निवारक दवाई टीबी के मरीज के साथ रहने वाले लोगों को भी इसक संक्रमण से बचाने में कारगार सिद्ध होगी।
जिला टीबी अधिकारी डॉ. रितु दादरा ने कहा कि पहले टीबी संक्रमण से परिचारकों को दवाई छह महीने के लिए दी जाती थी और 3-आरएच रेजिमेन की शुरुआत के साथ, यह दवा रोगी के साथ रहने वाले 15 वर्ष से कम आयु के लोगों को टीबी रोग के संक्रमण से बचाने के लिए केवल तीन महीने के लिए दी जाएगी।