शिक्षकों के आंदोलन को लेकर ओडिशा विस में हंगामा, सदन स्थगित
भुवनेश्वर 29 नवंबर : ओडिशा विधानसभा का प्रश्नकाल मंगलवार को शिक्षकों की हड़ताल को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों के कड़े विरोध व हंगामे के कारण लगातार दूसरे दिन भी स्थगित करना पड़ा। सदन की कार्यवाही को साढ़े 11 बजे तक स्थगित करना पड़ा।
सदन की कार्यवाही आज प्रश्नकाल के लिए जैसी ही शुरु हुयी विपक्षी कांग्रेस और भाजपा सदस्य सदन के बीचो बीच आ गए और नारेबाजी करने लगे।
मंगलवार को तीसरे दिन में प्रवेश कर चुकी शिक्षकों की हड़ताल पर अध्यक्ष बी के अरुख के फैसले पर सरकार की प्रतिक्रिया जानने के लिए कांग्रेस के सदस्य अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गये और पार्टी विधायक ताराप्रसाद बाहिनीपति एक कुर्सी पर खड़े हो गए। अध्यक्ष को सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान सदन की कार्यवाही को दो बार स्थगित करना पड़ा क्योंकि विपक्षी कांग्रेस और भाजपा सदस्यों ने सदन की कार्यवाही ठप कर दी।
अध्यक्ष को गतिरोध को हल करने के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलानी पड़ी। सदन हालांकि सामान्य स्थिति में फिर से शुरू हो गया और सदस्यों ने अध्यक्ष के फैसले के बाद शून्यकाल में भाग लिया तथा सरकार से शिक्षकों की हड़ताल पर विशेष ध्यान देने को कहा।
संविदा प्रणाली को समाप्त करने, ग्रेड पे प्रणाली को लागू करने और पुरानी पेंशन प्रणाली की बहाली सहित तीन सूत्री मांगों को लेकर राज्य भर के हजारों प्राथमिक शिक्षक रविवार से महात्मा गांधी मार्ग पर अनिश्चितकालीन धरने पर हैं।
सोमवार की तरह मंगलवार को भी सदन में हंगामा हुआ और नारेबाजी कर प्रश्नकाल के कामकाज को बाधित किया।
अध्यक्ष ने मंत्री प्रदीप कुमार अमात से सवाल का जवाब मांगा, जिस पर मंत्री खड़े होकर जवाब देने लगे, जो नारेबाजी और विपक्षी सदस्यों के विरोध के कारण सुनाई नहीं दे सका।