भ्रष्टाचारियों की संपत्ति कुर्क कर गरीबों के उपयोग में लाया जायेगा : योगी
जौनपुर, 09 सितंबर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सरकार ने तय किया है कि भ्रष्टाचारी की संपत्ति को कुर्क करके सार्वजनिक उपयोग में लाया जाये, जिससे इसका इस्तेमाल गरीब कल्याण के कामों भी हो सके।
योगी ने शुक्रवार को यहां लगभग 250 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार की कमर तोड़ने के लिये सरकार की जीरो‘ टॉलरेंस नीति’ के कारण प्रदेश में कोई भी भ्रष्टाचारी बच नहीं सकेगा, चाहे वह कितना ही प्रभावशाली क्यों न हो। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों ने जितनी भी संपत्ति जुटाई है, उसे कुर्क करके उसका सार्वजनिक उपयोग किया जाएगा और गरीबों के उपयोग में भी लाया जाएगा।
मुख्मंयत्री योगी ने यहां स्थित वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित जनसभा को संबोधित करने से पहले 258 करोड़ रुपये की लागत वाली 116 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इसके बाद उन्होंने निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के साथ ही सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये।
यहां आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जहां दंगा करने वाले जेलों में भेजे गये हैं। उन्हें एहसास कराया गया है कि दंगा कराने का परिणाम उन्हें तुरंत मिलेगा। इसके लिए सरकार ने कानून भी बना दिया है।
योगी ने दावा किया कि पिछले पांच सालों से उनकी सरकार अपराध और अपराधियों के विरुद्ध ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। एनसीआरबी के आंकड़ों में भी ये स्वीकार हुआ कि उत्तर प्रदेश अब दंगामुक्त प्रदेश बन चुका है। उप्र के इस मॉडल को देश में अन्य राज्यों ने भी स्वीकार किया है।
याेगी ने कहा कि ब्रिटेन ने भारत पर 200 साल राज किया था। आज वही भारत अपनी आजादी के 75 वर्षों में उसी ब्रिटेन को पछाड़कर विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में पहली बार लगा कि स्वाधीनता दिवस का पर्व सिर्फ सरकारी आयोजन नहीं है, बल्कि इसमें जन-जन की भागीदारी हुयी है। मुख्यमंत्री योगी ने स्वाधीनता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बताए गए ‘पंच प्रण’ से जुड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि यदि हम लक्षित संकल्पों से जुड़कर अपने अपने क्षेत्र के दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करें तो दुनिया की कोई भी ताकत भारत को विकसित राष्ट्र बनने से नहीं रोक सकती। उन्होंने कहा कि चाहे वह छात्र हो, शिक्षक, किसान, उद्यमी, व्यापारी या समाज का कोई भी तबका हो, सबके मन मे ‘देश प्रथम’ का भाव होना चाहिए।
उन्होंने कहा, “पीएम मोदी के पंच प्रण किसी व्यक्ति, मजहब, धर्म या क्षेत्र के लिए नहीं बल्कि देश की 135 करोड़ जनता के लिए मिलकर काम करने का मंत्र हैं।” योगी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संकल्पों से जुड़कर शिक्षण संस्थान खुद को आदर्श केंद्र बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थाएं पाठ्यक्रमों के साथ सरकार की योजनाओं की गहरी जानकारी रखें, ताकि अध्ययन के बाद छात्र को कहीं भटकना न पड़े।
उन्होंने कहा कि जौनपुर का इत्र और इमरती निकट भविष्य में वैश्विक मंच पर पहुंचेगी, जौनपुर के इत्र को बचाए रखने के लिए मैं यहां के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को बधाई देता हूं कि उन्होंने जौनपुर के प्रसिद्ध इत्र को आज तक बचाए रखा है। उन्होंने कहा कि जौनपुर एक नई दिशा में आगे बढ़ रहा है । यहां का मेडिकल कॉलेज चालू हो गया है, इसमें प्रथम वर्ष के एमबीबीएस के छात्र पढ़ रहे हैं। मैं चाहता हूं कि मेडिकल कॉलेज तेजी के साथ बनकर पूरा हो जाए।
इस अवसर पर प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चंद यादव, राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी, भाजपा विधायक रमेश चंद्र मिश्र, रमेश सिंह, डा आरके पटेल, एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंशू और एमएलसी विद्यासागर सोनकर सहित अन्य नेता उपस्थित थे।