रायबरेली गौशाला अनियमितता: ग्राम विकास अधिकारी निलंबित
रायबरेली 13 जनवरी : उत्तर प्रदेश में रायबरेली के सरेनी इलाके में गौशाला के मवेशियों के शवों के साथ हुई घोर लापरवाही और अनियमितताओं से मचे हंगामे के कारण दर्ज हुई प्राथमिकी के बाद जिला प्रशासन ने ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है, तथा इस मामले में शामिल ग्राम प्रधान के खिलाफ विधिक कार्यवाही की जा रही है और क्षेत्रीय पशु चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ निलंबन की संस्तुति कर दी गयी है।
सरेनी इलाके के सिंधौरतारा गौशाला के मवेशियों के साथ हुए नियम विरुद्ध कार्य और लापरवाही, वहां के ग्राम प्रधान समेत क्षेत्रीय पशु चिकित्साधिकारी तेजगांव व ग्राम विकास अधिकारी सरेनी पर आखिरकार भारी पड़ गयी।
जिला अधिकारी माला श्रीवास्तव ने आज शुक्रवार को बताया कि लापरवाही और नियम विरुद्ध कार्य के कारण क्षेत्रीय पशु चिकित्साधिकारी आलोक कुमार के निलंबन की जिला प्रशासन ने संस्तुति की है, वही ग्राम विकास अधिकारी शिवबरन यादव को प्रशासन ने निलंबित कर दिया है और ग्राम प्रधान शैलेन्द्र बहादुर यादव के खिलाफ भी विधिक कार्यवाही की जा रही है।
गौरतलब है कि सरेनी इलाके की गौशाला को लेकर एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में गौवंशों के शव गौशाला के अंदर व बाहर पड़े दिखाई दे रहे थे। इस अनियमितता और लापरवाही को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने भी व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। इस वीडियो की जब एसडीएम लालगंज ने जांच की तो पता चला कि गौशाला के बाहर और अंदर कई गौवंश मृत पाए गए है।
इसके बाद पशुपालन विभाग के प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ़ एजाज अहमद ने कल गुरुवार को सरेनी थाने में तीनों आरोपी ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी व पशु चिकित्सक के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके बाद जिला प्रशासन ने तेज़ी से इस मामले में कार्रवाई की है।