काठमांडू रनिंग पर निकले युवक का मुरादाबाद में गर्मजोशी से स्वागत
मुरादाबाद 21 फरवरी: अमृतकाल में तिरंगा लिए ‘अमृत’ ने नयी दिल्ली इंडिया गेट से काठमांडू तक दस दिवसीय निर्धारित रनिंग लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से मुरादाबाद पहुंचने पर समाजसेवियों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
नेपाल और भारत जैसे दोनों देशों के बीच मैत्री, सद्भावना का जोश जुनून लिए दिल्ली से काठमांडू की पैदल यात्रा पर निकला नेपाल निवासी ‘अमृत’ का मुरादाबाद पहुंचने पर समाजसेवियों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
मुरादाबाद की सिटी मजिस्ट्रेट ज्योति सिंह ने बताया कि इंडिया गेट से काठमांडू की रनिंग पर निकले अमृत नामक युवक जोकि रात्रि में किसी समय यहां पहुंचा था को आज सुबह आठ बजे उसके गंतव्य की ओर झंडी दिखाकर रवाना किया गया था। समाजसेवी सरदार गुरविंदर सिंह ने यहां बताया कि भारत और नेपाल के बीच सद्भावना का सेतु बना ‘अमृत’ ने सोमवार सवेरे देश की राजधानी दिल्ली इंडिया गेट से दौड़ की शुरुआत की थी।जो रात लगभग 12,:30 बजे वह अपने एक सहयोगी के साथ मुरादाबाद पहुंचे थे।
मुरादाबाद के लोगों ने मौजूदा अमृतकाल के दौर में सद्भावना दूत के रूप में ‘अमृत’ का गर्मजोशी से यहां स्वागत किया। नेपाली युवक ‘अमृत’ ने आगे की यात्रा पर रवाना होने से पहले यहां पत्रकारों को बताया कि उसका नेपाल की राजधानी काठमांडू दस दिन में पहुंचने का लक्ष्य है।इस दौरान जो भी लोग मिलेंगे उन्हें दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए प्रेरित करते हुए अपने गंतव्य की ओर बढ़ना लक्ष्य है।अमृत ने आगे कहा कि भारत और नेपाल के मध्य सम्बन्ध अनादि काल से हैं। दोनों पड़ोसी राष्ट्र हैं, इसके साथ ही दोनों राष्ट्रों की धार्मिक, सांस्कृतिक, भाषायी एवं ऐतिहासिक स्थिति में बहुत अधिक समानता है। स्वतन्त्र भारत और नेपाल ने अपने विशेष सम्बन्धों को 1950 के भारत-नेपाल शान्ति एवं मैत्री सन्धि के द्वारा नयी ऊर्जा दी है। नेपाल पांच राज्यों उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल सिक्किम तथा बिहार की सीमा से सीमा साझा करता है।
सद्भावना दूत के रूप में अमृत को सिटी मजिस्ट्रेट और समाजसेवी सरदार गुरविंदर सिंह ने हरी झंडी दिखाकर काठमांडू के लिए रवाना किया। युवक के आज शाम तक भारत के सीमावर्ती महेंद्रगढ में पहुंचने का लक्ष्य है।