चीन में भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 66 हुयी
बीजिंग , 06 सितंबर : चीन के दक्षिण पश्चिमी सिचुआन प्रांत में सोमवार को आये भीषण भूकंप में मृतकों की संख्या बढ़कर 66 हो गई है।
कल हुए इस प्राकृतिक हादसे में कम सात लोगों के मारे जाने की रिपोर्ट थी। दोपहर करीब एक बजे आये भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.8 मापी गयी थी। भूकंप का केन्द्र 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था।
गंजी तिब्बती स्वायत्त प्रान्त में 38 लोग मारे गए और अन्य 28 याआन शहर के शिमियन काउंटी में मारे गए।
मंगलवार दोपहर दो बजे तक गांजी में 15 लोग लापता थे और 253 घायल मिले थे, जिनमें 70 गंभीर रूप से घायल हुए थे। सिचुआन में भूकंप के लिए उच्चतम स्तर के आपातकालीन कदम उठाये गये हैं।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में कल कहा गया था कि भूकंप के प्रभाव से दूरसंचार लाइनें टूट गईं और पहाड़ी भूस्खलन शुरू हो गए जिससे ‘गंभीर क्षति’ हुई।
सिचुआन की राजधानी चेंगदू में लगभग 2.1 करोड़ लोगों को शुक्रवार को कोविड के नियमों के कारण घर में रहने का आदेश दिया गया था।चाइना अर्थक्वेक नेटवर्क्स सेंटर के अनुसार भूकंप का केंद्र चेंगदू से लगभग 226 किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित सुदूर पर्वतीय क्षेत्र के लुडिंग शहर में था।सीसीटीवी के अनुसार भूकंप के झटके से चेंगदू और पड़ोसी मेगा-शहर चोंगकिंग में इमारतों को हिला दिया, जिससे सड़कें अवरुद्ध हो गईं और 10 हजार से अधिक निवासियों के घरों में दूरसंचार लाइनें टूट गईं।चीनी प्रसारक ने कहा कि झटके ने गारजे और यान के क्षेत्रों में कुछ बिजली स्टेशनों को बंद करने के लिए मजबूर किया।राज्य प्रसारक सीजीटीएन के अनुसार 500 से अधिक बचाव कर्मियों को भूकंप के केंद्र में भेजा गया है जबकि श्रमिक भूस्खलन के कारण हुई बाधाओं को दूर करने के लिए काम कर रहे हैं।
बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि चेंगदू के निवासियों ने अपने फोन पर भूकंप की चेतावनी मिलने के बाद लोगों को घबराहट में अपने गगनचुंबी अपार्टमेंट से बाहर भागते हुए देखने की सूचना दी। बीबीसी ने स्थानीय निवासियों के हवाले से कहा था कि भूकंप के कारण जब कंपन्न शुरू हुआ, “सभी कुत्ते भौंकने लगे। यह वास्तव में काफी डरावना था।” जैसा कि चेंगदू वर्तमान में कोरोना महामारी प्रबंधन के अधीन है, लोगों को अपने आवासीय परिसरों को छोड़ने की अनुमति नहीं है, इसलिए उनमें से कई अपने आंगनों में भाग गए।