हिमाचल में कोरोना काल में लोगों पर दर्ज मामले वापिस होंगे
शिमला, 02 फरवरी : हिमाचल प्रदेश सरकार ने कोरोना काल के दौरान लोगों पर दर्ज वे सभी मामले वापस लेने का निर्णय लिया है, जो महामारी से जुड़े विभिन्न नियमों और दिशा-निर्देशों की अवहेलनाओं को लेकर दायर किए गए थे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार यहां कहा कि मानवीय संवेदनाओं के साथ करुणा भाव शासन का अभिन्न अंग है। कोरोना महामारी से त्रस्त बहुत से लोगों पर नियमों के उल्लंघन के मामले दर्ज किए गए थे। कुछ लोग रोजगार की तलाश में भटक रहे थे, तो कुछ परिवार के लिए राशन और दवाई का इंतजाम करने के लिए बाजार का रुख कर रहे थे। महामारी ने सभी को मजबूर कर दिया था। सामाजिक और पारिवारिक सरोकारों के निर्वहन में आपराधिक प्रवृत्ति नहीं
होती। कोरोना काल में जिन लोगों ने विभिन्न नियमों और दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया वे साधारण लोग थे। उनके क्रियाकलापों में आपराधिक प्रवृत्ति का बोध नहीं था।
श्री सुक्खू ने कहा कि ऐसे लोगों को राहत प्रदान करने के लिए ही प्रदेश सरकार ने कोरोना दिशा-निर्देशों की अवहेलना के लिए दर्ज मामले तुरंत प्रभाव से वापस लेने का निर्णय लिया है। इससे इन लोगों को मानसिक तनाव से भी मुक्ति मिलेगी और वह अपने कार्य और ऊर्जा एवं दक्षता से करने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का यह फैसला राजनीतिक नहीं, बल्कि उनका दायित्व होने के साथ-साथ मानवीय सरोकार भी है।