भुवनेश्वर, 20 जनवरी : ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार ओडिशा को पर्यटकों के वैश्विक हॉटस्पॉट के रूप में विकसित करने, आजीविका और रोजगार के अवसर प्रदान करने तथा राज्य को निवेशकों के लिए आकर्षक बनाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है।
श्री पटनायक ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय शिल्प शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया और कहा कि राज्य पर्यटन, हथकरघा और हस्तशिल्प क्षेत्र के समग्र विकास के लिए तंत्र विकसित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य पर्यटन नीति, हस्तशिल्प नीति, परिधान एवं तकनीकी वस्त्र नीति, विभिन्न स्थानों पर कला दीर्घाओं को खोलने, विरासत की सैर का आयोजन करने और पर्यटन एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई अन्य पहल करने जैसी विभिन्न नीतियों को लागू किया है।
राज्य के सांस्कृतिक वैभव पर बोलते हुए मुख्यमंत्री पटनायक ने कहा, “ओडिशा बेदाग कला और शिल्प की शानदार भूमि है। हमारी सभ्यता की शुरुआत हमारी कलात्मक संस्कृति की यात्रा से होती है। हमारे शिल्पकारों के कलात्मक कौशल अनेक रूपों में प्रतिबिम्बित होते हैं। आप इसे हमारे मंदिरों, हमारी मूर्तियों, बौद्ध मंदिरों, हाथ से बुने हुए कपड़ों, पट्टा चित्रों, लकड़ी के कामों, धातु के कामों… हर जगह पा सकते हैं। ओडिशा का हर गांव और हर गली किसी न किसी कला या शिल्प को प्रदर्शित करती है। ओडिशा की आत्मा हमारी कला, शिल्प, संगीत और संस्कृति में बसती है।”
उन्होंने कहा, “जाजपुर ओडिशा की प्राचीन राजधानी थी। धार्मिक पर्यटन, शहरी पर्यटन और बौद्ध पर्यटन की अपनी मौजूदा संपत्ति के साथ, इसमें एक प्रमुख पर्यटन केंद्र बनने की क्षमता है। जाजपुर की सांस्कृतिक विरासत इसके जीवंत कला रूपों में परिलक्षित होती है।”
उन्होंने कहा कि यह अपनी तरह का पहला शिल्प शिखर सम्मेलन है, जिसमें अग्रणी शिल्पकारों, संस्कृति और कला के प्रति उत्साही लोगों का संगम है। स्थानीय कारीगरों और अन्य हितधारकों के साथ जुड़ने के लिए 15 देशों के अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि जाजपुर पहुंचे हैं।
राज्य सरकार की ओर से इस महत्वाकांक्षी और दूरंदेशी आयोजन को साकार करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की चार एजेंसियों और संरा शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की पांच क्रिएटिव सिटीज ने जिले के साथ भागीदारी की है।
इस मौके पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अशोक पांडा, ग्रामीण विकास मंत्री प्रीति रंजन घदाई, हथकरघा, कपड़ा एवं हस्तशिल्प मंत्री रीता साहू उपस्थित रहीं। इन लोगों ने भी ओडिशा की सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक युग में इसके महत्व पर प्रकाश डाला।
यूनेस्को संस्कृति क्षेत्र के दक्षिण एशियाई देशों की प्रमुख जूनी हान ने स्थानीय कला, कलाकारों और कारीगरों को बढ़ावा देने के प्रयासों की सराहना की। इस समारोह में बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा दीया मिर्जा ने भी शिरकत की।